जम्मू-कश्मीर में ऑर्टिकल 370 के निष्प्रभावी होने के बाद से वहां सेना की चौकसी पहले से ज्यादा सख्त हो गई है जिसकी वजह से अब वहां किसी भी आतंकी संगठन में नयी भर्तियां नहीं हो पा रही हैं लेकिन सीमापार से पाकिस्तान अभी भी घुसपैठ की साजिशें रचता रहता है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आतंकी संगठनों ने पिछले काफी दिनों से कोई नई भर्ती नहीं शुरू की. डीजीपी ने कहा कि दक्षिणी कश्मीर में आतंकियों द्वारा कुछ स्थानीय फल विक्रेताओं और दुकानदारों को धमकी देने के कुछ मामले सामने आए हैं. लेकिन पुलिस को यहां की वस्तुतः स्थिति के बारे में पता है.
दिलबाग सिंह ने आगे कहा, 'आतंकी संगठनों में स्थानीय युवाओं की नई भर्तियों की कोई रिपोर्ट नहीं है. आर्टिकल 370 हटने से पहले कुछ युवाओं को बहकाया जरूर गया था. लेकिन उनमें से कई को हम वापस लाने में सफल रहे. उन्होंने आगे बताया कि सीमारेखा के पास कुछ जगहों पर घुसपैठ भी होने की खबरें हैं और पिछले महीने गुलमर्ग सेक्टर में दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को सेना ने पकड़ा था.' लश्कर-ए-तैयबा के दो पाकिस्तानी आतंकवादी- मोहम्मद खलील और मोहम्मद नजीम को 21 अगस्त को गुलमर्ग सेक्टर में गिरफ्तार किया गया था. ये दोनों रावलपिंडी के रहने वाले थे.
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डीजीपी दिलबाग सिंह ने घाटी में मौजूदा हालात बताया कि, घाटी में अब जिंदगी पटरी पर लौट रही है और बच्चे स्कूल और कर्मचारी दफ्तरों में जा रहे हैं. हालांकि दक्षिणी कश्मीर में आतंकियों ने फल विक्रेताओं को डराया-धमकाया है ताकि वह फल इकट्ठा न करें लेकिन इस धमकी का उन फल विक्रेताओं पर कोई असर नहीं है उन्हें सुरक्षा एजेंसियों पर भरोसा है. डीजीपी ने बुधवार को कहा कि घाटी के बाहर के बाजारों में फल पहुंचाने के लिए दक्षिणी कश्मीर के जिले से 230 ट्रक रवाना हुए.
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HIGHLIGHTS
- कश्मीर के मौजूदा हालात पर बोले डीजीपी दिलबाग सिंह
- कश्मीर में ऑर्टिकल 370 हटने के बाद आतंकवाद में कमी
- पाकिस्तान एलओसी पर रच रहा है घुसपैठ की साजिश
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो