तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन को गुरुवार को चेन्नई हवाई अड्डे पर एक अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारी ने उन्हें दो लैपटॉप ले जाने के कारण रोक लिया।
राजन ने बदले में सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि ऐसा कोई नियम नहीं है जो किसी यात्री को एक से अधिक लैपटॉप ले जाने से रोकता हो।
जब राजन ने खुद की राज्य के वित्त मंत्री के रूप में पहचान बताई तो हवाई अड्डे के वरिष्ठ अधिकारी नीचे आए और मामले को सुलझा लिया।
हवाईअड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यह समस्या कम्युनिकेशन गैप की वजह से है।
हवाई अड्डे के अधिकारी ने कहा कि सीआईएसएफ अधिकारी ने राजन को लैपटॉप निकालने और स्कैनिंग के लिए ट्रे पर रखने के लिए कहा था, जो सामान्य प्रक्रिया है।
दूसरी ओर, मंत्री को लगा कि सुरक्षा अधिकारी कह रहे हैं कि वह दो लैपटॉप के साथ उड़ान में नहीं चढ़ सकते।
हवाई अड्डे के अधिकारी ने कहा कि इस भ्रम को तुरंत सुलझा लिया गया।
उन्होंने कहा कि केबिन बैगेज के रूप में एक व्यक्ति कितने लैपटॉप ले जा सकता है, इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
यात्रियों की एक बड़ी शिकायत यह है कि सीआईएसएफ के जवान केवल हिंदी में बात करते हैं जबकि तमिलनाडु में बहुत से लोग उत्तर भारतीय भाषा नहीं जानते हैं। यात्रियों का कहना है कि अगर सीआईएसएफ तमिल जानने वाले लोगों को हवाई अड्डों पर पोस्ट करता है, तो यह यात्रियों के अनुकूल कदम होगा।
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Source : IANS