बीते मार्च में होली के दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने आरोप लगाया था कि उसके ऊपर सीमन (वीर्य) से भरा गुब्बार फेंका गया था लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
दिल्ली पुलिस ने रिपोर्ट आने के बाद बताया कि छात्रा के कपड़ों की फॉरेंसिक जांच के बाद यह बात झूठी पाई गई कि उसपर सीमन (वीर्य) भरा गुब्बारा फेंका गया था।
गौरतलब है कि मार्च महीने में होली से ठीक पहले एक छात्रा ने आरोप लगाया था कि जब वह अपने दोस्त के साथ रेस्टोरेंट से खाना खाकर रिक्शे से वापस आ रही थी तो ऊपर से किसी ने उसपर सीमन (वीर्य) से भरा गुब्बार फेंका था।
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गुब्बारा शरीर के पिछले हिस्से पर लगकर फट गया जिसके बाद वहां सफेद धब्बे बन गए थे। हॉस्टल पहुंचने के बाद उसे पता चला की उसपर सीमन (वीर्य) से भरा गुब्बारा फेंका गया था।
लड़की की शिकायत पर ग्रेटर कैलाश थाने में शिकायत दर्ज की गई थी जिसके बाद उसके कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया था।
सीमेन फेंकने का आरोप डीयू छात्रा ने सोशल मीडिया के जरिए लगाया था। छात्रा के आरोप के बाद छात्र-छात्राओं ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी किए थे।
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Source : News Nation Bureau