भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अभिजीत बनर्जी (abhijeet banerjee) को 2019 का अर्थशास्त्र (economics) का नोबेल पुरस्कार (noble prize) से नवाजा गया है. साथ ही उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को भी अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज मिला है. अभिजीत बनर्जी को सोमवार को नोबल प्राइज देने की घोषणा की गई. इसके बाद पीएम मोदी और राहुल गांधी ने अभिजीत को बधाई दी है. बंगाल की धरती पर जन्मे अभिजीत को ममता बनर्जी ने भी बधाई दी है.
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राहुल गांधी ने अभिजीत बनर्जी को बधाई देते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र में अभिजीत बनर्जी को नोबेल प्राइज मिलने पर बधाई. उन्होंने कहा कि अभिजीत ने न्याय की अवधारणा में मदद की जो गरीबी को नष्ट करने और भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की शक्ति थी. उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि इसके बजाय अब हमारे पास मोदीनॉमिक्स है, जो अर्थव्यवस्था को नष्ट कर रहा है और गरीबी को बढ़ा रहा है.
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बता दें कि अभिजीत बनर्जी को वैश्विक गरीबी को कम करने में अहम भूमिका निभाने पर उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. अभिजीत बनर्जी JNU के छात्र रहे हैं. उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. इससे पहले वे कलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज से पढ़ाई की है. अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से नोबेल प्राइज दिया गया है. यह पुरस्कार तीनों हस्तियों को सोमवार को दिया गया.
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अभिजीत अभी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रेाफेसर हैं. अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) का जन्म कोलकाता में 21 फरवरी 1961 को हुआ था. उनका पूरा नाम अभिजीत विनायक बनर्जी है. वे भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं. उनकी मां का नाम निर्मला बनर्जी और पिता दीपक बनर्जी हैं. मां निर्मला सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर रह चुकी हैं, जबकि पिता दीपक कलकत्ता के प्रसिडेंट कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष थे.