Noida Twin Tower Demolition : नोएडा के सेक्टर 93-A स्थित ट्विन टावर को आज दोपहर 2.30 बजे ध्वस्त कर दिया जाएगा. देश में नियमों को ताक पर रखकर बनी गगनचुंबी इमारत को जमींदोज किया जाएगा. एमराल्ड कोर्ट के बायर्स ने अपने खर्च पर ट्विन टावर को बनाने वाले सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी. आइये हम आपको बताते हैं कि भ्रष्टाचार की इस गगनचुंबी इमारत के बनने की कहानी कब से शुरू हुई थी और कौन हैं ट्विन टावर के गुनहगार...
भ्रष्टाचार का ट्विन टावर
23 नवंबर 2004 में जमीन आवंटन
शुरुआत में 9 मंजिल के 14 टावर बनाने की मंजूरी
बिल्डर-प्राधिकरण के भ्रष्ट गठजोड़ से नक्शे में बदलाव
फ्लोर एरिया रेश्यो के नाम पर अवैध निर्माण
ट्विन टावर में अथॉरिटी का 'खेला'
2006 में नोएडा अथॉरिटी ने प्रोजेक्ट में पहला संशोधन किया
9 मंजिल की जगह 11 मंजिल बनाने का नक्शा पास
16 टावर के लिए 11 मंजिल की इजाजत दी गई
2009 में नोएडा अथॉरिटी ने टावर नंबर 17 का नक्शा पास किया
टावर 16 और 17 पर 24 मंजिल निर्माण का नक्शा बनाया गया
2012 में नोएडा अथॉरिटी ने नक्शे में तीसरा संशोधन किया
टावर नंबर 16 और 17 के लिए एफएआर बढ़ाया
दोनों टावर की ऊंचाई 40 मंजिल तक बढ़ाने की इजाजत दी गई
ट्विन टावर में नियम ताक पर
ग्रीन एरिया में दो अवैध टावर बनाए गए
टावर्स के बीच दूरी 16 की बजाए 9 मीटर रखी
ट्विन टावर से पहले बिल्डर ने इसे ओपन स्पेस दिखाया था
कानूनी लड़ाई..डेमोलिशन पर आई
2009 में फ्लैट बायर्स ने RWA बनाई
RWA के विरोध के बाद भी अवैध निर्माण होता रहा
दिसंबर 2012 में मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा
24 अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज हुई
2014 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने टावर तोड़ने का आदेश दिया
31 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने टावर गिराने का आदेश दिया
Source : News Nation Bureau