पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) में हुए घोटाले के मास्टरमाइंड नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ सीबीआई की विशेष अदालत ने गैर-जमानती वारंट किया है।
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर पीएनबी में करी 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।
इसी मामले में पिछले महीने स्पेशल पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट) कोर्ट भी दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर चुकी है।
विदेश मंत्रालय ने हांगकॉन्ग सरकार से पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की गिरफ्तारी के लिए अपील की है।
इस बीच सरकार को नीरव मोदी के ठिकाने के बारे में जानकारी मिल चुकी है। विदेश मंत्रालय ने हॉन्ग कॉन्ग अथॉरिटी से नीरव दीपक मोदी की गिरफ्तारी मांगी है।
भारत सरकार इस बारे में 23 मार्च 2018 को हॉन्ग कॉन्ग की सरकार को अनुरोध पत्र भी सौंप चुकी है। विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह के मुताबिक नीरव मोदी की गिरफ्तारी के बाद उसके औपचारिक प्रत्यर्पण की अपील की जाएगी।
गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ सीबीआई में केस दर्ज होने के बाद उनके पासपोर्ट को निलंबित कर दिया है।
बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी ने भारत के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक में धोखाधड़ी वाले लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) के जरिए 12,968 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
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HIGHLIGHTS
- सीबीआई की विशेष अदालत ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ जारी किए गैर जमानती वॉरंट
- नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर पंजाब नैशनल बैंक में करी 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप
Source : News Nation Bureau