पूर्वी लद्दाख (Ladakh) पर चीन से तनाव के बीच राजीव गांधी फाउंडेशन (RGF) को चीनी फंडिंग के आरोपों से भारतीय राजनीति इन दिनों चरम पर है. बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) इस मसले पर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही लगातार पलटवार भी कर रहे हैं. कांग्रेस की ओर से पी चिदंबरम समेत रणदीप सिंह सुरजेवाला और कपिल सिब्बल ने मोर्चा संभाल रखा है. हालांकि अब पता चला है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को सिर्फ विदेशों से ही चंदा नहीं मिला, बल्कि संप्रग के शासनकाल में पीसीयू से भी माली इमदाद मिली.
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अघोषित राशि दी चंदे में
ओएनजीसी, सेल, गेल और एसबीआई जैसे सार्वजनिक उपक्रमों(पीएसयू) ने 2004 से 2014 के दौरान संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) के शासनकाल में लगभग प्रत्येक वर्ष राजीव गांधी फाउंडेशन को चंदा दिए थे. पीएसयू ने केंद्र में राजग सरकार आने के बाद से सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले आरजीएफ को कोई चंदा नहीं दिया. इस दौरान ये चार पीएसयू लगातार आरजीएफ को चंदा देते रहे. इसके अलावा और भी कई अन्य पीएसयू हैं, जिन्होंने इस दौरान अघोषित राशि के चंदे आरजीएफ को दिए.
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इन पीसीयू ने दिया चंदा
2005-06 की आरजीएफ की वार्षिक रपट के अनुसार, आरजीएफ को चंदा देने वालों में गेल, ऑयल इंडिया, ओएनजीसी, ओरियंटल बैंक ऑफ कामर्स, एसबीआई और सेल शामिल हैं. अगले वर्ष, आरजीवी के डोनर्स गेल, हाउसिंग एंड अर्बन डवलपमेंट कोरपोरेशन लिमिटेड (हुडको), आईडीबीआई, ओएनजीसी, सेल, एसबीआई और टेलीकम्युनिकेशन कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड शामिल हैं.
- 2007-08 में आरजीएफ को बैंक ऑफ महाराष्ट्र, गेल और ओएनजीसी ने चंदा दिए.
- 2008-09 में भी इन पीएसयू के अलावा, गार्डन रिच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, एसबीआई और सेल ने चंदा दिए.
- 2009-10 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, गेल और ओएनजीसी ने चंदा दिए.
- 2010-11 में गेल, ओएनजीसी, एसबीआई, सेल ने डोनेशन दिया.
- 2011-12 में आरजीएफ को गेल, हुडको, नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड, ओएनजीसी, एसबीआई, सेल और यूको बैंक ने डोनेशन दिया.
- 2012-13 में डोनर ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, सेल और यूको बैंक थे.
- 2013-15 में गेल, ओएनजीसी, एसबीआई और सेल ने डोनेशन दिया.