भारत ने एक बार फिर से साफ़ कर दिया है कि पाकिस्तान जब तक आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करेगा तब तक सार्क (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) देशों के साथ आगे नहीं बढ़ा जा सकता।
दरअसल तीन दिवसीय दौरे पर आये नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में भारत के सामने सम्मेलन में हिस्सा लेने की बात रखी थी लेकिन भारत ने मना कर दिया।
पीएम मोदी ने प्रस्ताव को ठुकराते हुए स्पष्ट किया कि आतंक के पनाहगाह पाकिस्तान के साथ वर्तमान परिस्थिति में सार्क समिट करना संभव नहीं है।
इस बारे में विदेश सचिव विजय गोखले ने जानकारी देते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री (मोदी) ने कहा कि उन्होंने काठमांडू सम्मेलन में बेहद उत्साह से हिस्सा लिया था, लेकिन वर्तमान में सीमा पार आतंकवाद की स्थिति के मद्देनजर ऐसी पहल पर आगे बढ़ना मुश्किल है।'
दरअसल पिछले दो सालों से सार्क समिट की बैठक नहीं हो पाई है। फिलहाल सार्क की अध्यक्षता नेपाल के पास है लेकिन बताया जा रहा है कि नेपाल अब इस जिम्मेदारी को पाकिस्तान को सौंपना चाहता है।
बता दें कि 2016 में 19वें सार्क समिट का आयोजन इस्लामाबाद में होना था, लेकिन जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकी हमले से नाराज़ भारत ने इसका बहिष्कार कर दिया था। जिसके बाद यह समिट ही रद्द कर दी गई। गौरतलब है कि उड़ी में भारतीय सेना की छावनी पर हुए आतंकी हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
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Source : News Nation Bureau