सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह की निर्भया के गुनहगारों को फांसी की सजा से माफी देने की सलाह पर निर्भया की मां आशा देवी की ही तरह उसके पिता बद्रीनाथ सिंह ने भी बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि इंदिरा जयसिंह जैसे लोग ही बलात्कारियों का समर्थन कर अपनी आजीविका चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि बलात्कार के मामले इंदिरा जयसिंह की वजह से ही बढ़ रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि इंदिरा जयसिंह एक महिला होने के बावजूद एक महिला का दर्द नहीं समझ पा रही हैं.
यह भी पढ़ेंः DSP देविंदर सिंह के आतंकी गठजोड़ की पोल खोलता एक पत्र आया सामने, राज खुलने से खुफिया तंत्र के होश उड़े
इंदिरा ने दिया सोनिया गांधी का उदाहरण
गौरतलब है कि इंदिरा जयसिंह ने एक विवादास्पद ट्वीट कर निर्भया की मां आशा देवी को निर्भया के गुनहगारों को माफ कर देने की सलाह दी थी. उन्होंने लिखा था, 'हालांकि मैं आशा देवी के दर्द को अच्छे से समझ सकती हूं. फिर भी मैं उनसे आग्रह करूंगी कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण को भी समझें. उन्होंने अपने पति की हत्यारी नलिनी को फांसी की सजा से राहत देने की बात की थी. इसकी वजह यह थी कि वह मौत की सजा की पक्षधर नहीं थीं. ऐसे में हम भी आपके (निर्भया के परिवार) साथ हैं, लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं.'
यह भी पढ़ेंः दिल्ली चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, योगानंद शास्त्री ने पीसी चाको को दिया इस्तीफा
अब पिता ने बताया बलात्कार को प्रोत्साहन देने वाली
इंदिरा जयसिंह की इस बेमांगी सलाह पर तीखी प्रतिक्रिया निर्भय की मां की ओर से आई थी. इसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें इंदिरा जयसिंह की सलाह की जरूरत नहीं है. उन्हीं के सुर में सुर मिलाते हुए अब बद्रनीथ सिंह ने इंदिरा जयसिंह की सलाह को बलात्कारियों को प्रोत्साहित करने वाला बताया. आशा देवी का तो यहां तक कहना था कि सुनवाई के दौरान अदालत में कई बार आमना-सामना होने के बावजूद इंदिरा जयसिंह ने कभी भी उनसे उनके हाल-चाल नहीं पहुंचे.
HIGHLIGHTS
- बलात्कार के मामले इंदिरा जयसिंह की वजह से ही बढ़ रहे हैं.
- एक महिला होने के बावजूद एक महिला का दर्द नहीं समझी.
- इंदिरा जयसिंह ने कभी भी उनसे उनके हाल-चाल नहीं पहुंचे.