महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के खिलाफ कारगर दवा रेमडेसिविर पर राजनीति गरमा गई है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आरोप लगाया कि रेमडेसिविर सप्लायर को महाराष्ट्र पुलिस परेशान कर रही है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि राज्य की पुलिस दमन स्थित रेमडेसिविर सप्लायर को सिर्फ इसलिए परेशान कर रही है क्योंकि वहां के सप्लायर बीजेपी नेताओं के अनुरोध पर राज्य को एंटी वायरल ड्रग रेमडेसिविर (Remdesivir) का स्टॉक देने पर राजी हो गए थे. हालांकि महाराष्ट्र पुलिस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि वह बस स्टॉक की जांच के लिए निकले थे ताकी कालाबाजारी ना हो.
देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, 'चार दिन पहले, हमने ब्रुक फार्मा को महाराष्ट्र में रेमडेसिविर इंजेक्शन के स्टॉक की आपूर्ति करने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि वे अनुमति नहीं दे सकते थे. मैंने केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया से बात की और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) से रेमडेसिविर सप्लाई के लिए अनुमति ली, जिसके बाद आज रात (शनिवार) लगभग नौ बजे, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मंजूनाथ सिंगे ने उन्हें बताया कि उनके पास इनपुट थे कि कुछ निर्यातकों के पास 60,000 रेमडेसिविर की शीशियां थीं और वे केवल उसी की जांच के लिए वो जा रहे हैं. लेकिन वहां जाकर उन्होंने गिरफ्तारी कर ली.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने डीसीपी मंजूनाथ सिंगे को अनुमति पत्र दिखाया और बताया कि रेमडेसिविर की सप्लाई के लिए हमने बोला है, लेकिन (डीसीपी) ने कहा कि इससे पहले उन्हें (पुलिस) को सूचित नहीं किया गया था. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये जो भी कुछ राज्य की सरकार पुलिस के साथ मिलकर कर रही है वो गलत है. देवेंद्र फडणवीस के आरोपों को डीसीपी मंजूनाथ सिंगे गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि पुलिस ने किसी भी रेमडेसिविर सप्लायर को गिरफ्तार नहीं किया है. हमने बस उसे पूछताछ के लिए बुलाया था...क्योंकि हमें एंटी वायरल दवा की व्यापक कालाबाजारी के इनपुट्स मिले थे.
HIGHLIGHTS
- अब रेमडेसिविर पर महाराष्ट्र में भड़की राजनीति
- फडणवीस का आरोप-पुलिस सप्लायर को कर रही परेशान
- सरकार और पुलिस का कहना है सिर्फ जांच की गई