अडानी (Adani) मसले पर विपक्ष के मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ अभियान को पलीता लगाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने एक और मुद्दा उनके हाथ से छीन लिया है. अब शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठा रहे नेताओं की आलोचना करते हुए दो टूक लहजे में कहा कि ऐसे मामलों पर समय बर्बाद किया जा रहा है. देश के समक्ष कहीं अधिक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है. गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackery) और अरविंद केजरीवाल सहित कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कॉलेज की डिग्री को लेकर उन पर निशाना साधा हुआ है. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर तो इसी मसले पर गुजरात उच्च न्यायालय ने 25,000 रुपये का जुर्माना तक लगाया था. उद्धव ठाकरे ने पूछा था कि भला ऐसा कौन सा कॉलेज होगा, जो गर्व महसूस नहीं करे कि उनके कॉलेज से प्रधानमंत्री ने पढ़ाई की है.
आमजन से जुड़े मुद्दे उठा केंद्र सरकार को घेरें
शरद पवार ने कहा कि बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और मुद्रास्फीति जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है. नेता उन मुद्दों से दूरी बनाकर और अच्छा कर सकते हैं जो गैर मुद्दे हैं या जिन पर बाद में भी बहस हो सकती है. उन्होंने कहा, 'आज कॉलेज की डिग्री का सवाल अक्सर पूछा जा रहा है. आपकी डिग्री क्या है, मेरी डिग्री क्या है. क्या ये राजनीतिक मुद्दे हैं?' पवार ने कहा, 'बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, महंगाई पर केंद्र सरकार की आलोचना करें... अन्य महत्वपूर्ण मामले देखें. धर्म और जाति के नाम पर लोगों के बीच मतभेद पैदा किए जा रहे हैं. बेमौसम बारिश ने महाराष्ट्र में फसलों को बर्बाद कर दिया है. हमें इन पर चर्चा की जरूरत है.'
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अडानी का समर्थन कर पहले दिया था बड़ा झटका
शरद पवार की यह दूसरी ऐसी टिप्पणी थी जिसने उन मुद्दों की हवा निकाल दी, जिसके आधार पर कुछ विपक्षी दल मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि इससे पहले शरद पवार अडानी समूह के समर्थन में दृढ़ता से सामने आए. अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की आलोचना की. साथ ही कहा कि जेपेसी डांट से बेहतर जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी करेगी. गौरतलब है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अडानी-हिंडनबर्ग विवाद की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग कर रहे हैं. हालांकि कांग्रेस ने कहा है कि शरद पवार की पार्टी के अपने विचार हो सकते हैं, लेकिन सभी विपक्षी दल अभी भी अडानी मसले की जेपीसी जांच पर एकजुट हैं.
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पीएम मोदी की डिग्री पर आप पार्टी के तेवर और सख्त
हालांकि अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने पीएम मोदी की डिग्री पर अपने तेवर और आक्रामक कर लिए हैं. आप ने रविवार से 'अपनी डिग्री दिखाओ' अभियान शुरू किया और भाजपा नेताओं को भी ऐसा करने की चुनौती दी है. आप विधायक आतिशी ने दिल्ली में कहा, 'हम आज एक अभियान शुरू कर रहे हैं. आपके नेता आपको हर रोज अपनी डिग्री दिखाएंगे. मेरे पास दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री और ऑक्सफोर्ड से दो मास्टर डिग्री है. ये सभी असली हैं.' उन्होंने कहा, 'मैं सभी नेताओं से खासकर भाजपा नेताओं से अपनी डिग्री दिखाने के लिए कहना चाहती हूं.' उन्होंने कहा कि अभियान के तहत आप का हर नेता अपनी डिग्री दिखाएगा'
HIGHLIGHTS
- पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्री मांग रहे विपक्षी नेताओं की पवार ने की आलोचना
- कहा- बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और मुद्रास्फीति पर ध्यान देने की है जरूरत
- डानी के समर्थन में आने के बाद एनसीपी नेता का विपक्ष को एक और झटका