पहले तो निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) में हजारों विदेशी इस्लामिक प्रचारकों (Islamic Preachers) के होने की बात छिपा कर तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) ने समाज और देश के साथ घिनोना षड्यंत्र रचा. सरकारी दबाव के बाद सामने आए जमात के सदस्य अब अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी अपनी घिनौनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. गाजियाबाद के एमएमजी में भर्ती जमाती लगातार अस्पताल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. इतना ही नहीं ये लोग नर्सों (Nurse) के सामने ही कपड़े बदलने के लिए कपड़े खोल देते हैं. अब जिला प्रशासन इन लोगों को जेल की बैरक में बंद करने पर विचार कर रहा है.
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अस्पतालों में ऊल-जलूल हरकतों पर आमादा
गौरतलब है कि पहले-पहल तो इन लोगों ने मरकज से निकाले जाते वक्त बस में बैठते ही पुलिस वालों पर थूका. अब भी अस्पतालों में उपचाररत संदिग्ध तगलीबी अश्लील हरकतों पर आमादा हैं. अस्पताल स्टाफ के साथ इनके ऊल-जलूल सलूक की लिखित में शिकायतें सामने आयी हैं. फिलहाल जांच गाजियाबाद के नगर पुलिस अधीक्षक और एडीएम को संयुक्त रूप से दे दी गई है. गाजियाबाद स्थित एमएमजी (सरकारी अस्पताल) के कुछ स्टाफ ने 1 अप्रैल यानी बुधवार को गाजियाबाद के मुख्य चिकित्साधीक्षक को अस्पताल स्टाफ की ओर से शिकायती पत्र लिखा था. मौजूद पत्र के मुताबिक, 'अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कई जमाती मरीज स्टाफ और नसिर्ंग स्टाफ के साथ बत्तीमीज से पेश आ रहे है.'
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नर्सिंग स्टाफ के सामने उतार रहे कपड़े
इनमें कुछ जमाती और संदिग्ध कोरोना संक्रमित ऐसे भी हैं जो, नर्सिंग स्टाफ के सामने अधनंगी हालत में ही घूमना शुरू कर देते हैं. इतना ही नहीं वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ के साथ हदें पार करते हुए अश्लील गाने तक गाने से बाज नहीं आ रहे हैं. बात महिला स्टाफ तक ही सीमित नहीं रही. दिल्ली की निजामुद्दीन बस्ती स्थित मरकज तबलीगी जमात मुख्यालय से लौटकर कोरोना संदिग्ध हुए संदिग्ध सदस्यों ने बेहूदगी की तमाम हदें तब पार कर दीं, जब वार्ड में मौजूद स्टाफ से यह लोग मादक पदार्थों मसलन तम्बाकू, बीड़ी सिगरेट तक की मांग करने लगे. इनकी हरकतों से चंद घंटों में ही आजिज आये स्टाफ ने मामला जिला चिकित्सालय प्रमुख के संज्ञान में दिया.
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पुलिस से की गई शिकायत
मामले की गंभीरता को समझते हुए अगले ही दिन गुरुवार 2 अप्रैल 2020 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एमएमजी अस्पताल ने जिलाधिकारी, एसएसपी गाजियाबाद, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी और थाना घंटाघर कोतवाली पुलिस के पास लिखित में भेज दिया. गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के मुताबिक, 'शिकायत मिली थी, आरोप गंभीर हैं, कोरोना जैसी महामारी हो या फिर कोई और वक्त. किसी के साथ भी कोई इस तरह की बत्तमीजी करेगा तो बर्दाश्त नहीं करुंगा. फिलहाल मामले की जांच एडीएम शैलेंद्र सिंह और नगर पुलिस अधीक्षक मनीष मिश्रा संयुक्त रुप से कर रहे हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाये जायेंगे.'
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जानबूझकर खड़ा कर रहे हंगामा
गौरतलब है कि शुरुआत से ही तबलीगी जमात के कोरोना संदिग्ध स्वास्थ्यकर्मियों का सहयोग करने की बजाय उनसे बदसलूकी कर रहे हैं. दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों के ऊपर थूकने और आइसोलेशन सेंटर में जानबूझकर हंगामा खड़ा करने का मामला सामने आ चुका है. वहीं, बिहार, मध्यप्रदेश में तबलीगी जमात के लोगों की तलाश को गई टीम पर हमला भी किया गया. दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद देश में कोरोना के हजारों मामले सामने आने की आशंका जताई जा रही है. बीेत 24 घंटों में जो मामले सामने आए हैं, उनमें से 60 फीसदी जमात के कार्यकर्ता हैं.
HIGHLIGHTS
- तबलीगी जमात के कोरोना बम अस्पतालों में मचा रहे तांडव.
- कपड़े उतार नर्सों से कर रहे बेहूदे इशारे. गा रहे अश्लील गाने.
- पुलिस तक पहुंची शिकायत. जेल में बैरक में रखने पर विचार.