बैंकों के वार्षिक प्रदर्शन रिव्यू मीटिंग में हजारों करोड़ रुपये लेकर कारोबारियों के खुद को दिवालिया घोषित करने वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि दिवालिया कानून को और सख्त किया गया है जिसका असर दिख रहा है। जेटली ने कहा, रिकवरी में तेजी आने की वजह से NPA( फंसा हुआ कर्ज जो वापस न आए) में गिरावट आई है। यह बातें वित्त मंत्री जेटली ने बैंको के प्रदर्शन के रिव्यू मीटिंग के बाद कही।
जेटली ने राहुल पर एनपीए को लेकर झूठ बोलने का लगाया था आरोप
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बीते गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला था। जेटली ने कहा कि कांग्रेस नेता 'सार्वजनिक बहस' को प्रदूषित कर रहे हैं. जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, 'राहुल ने पहले राफेल सौदे पर 'झूठ बोला' और अब नन परफोर्मिग एसेट्स(एनपीए) पर झूठ बोल रहे हैं. राहुल ने दावा किया है कि बीजेपी सरकार ने 15 उद्योगपतियों के 2.5 लाख करोड़ रुपये के ऋण को माफ कर दिए हैं. किसी देनदार के एक भी रुपये के ऋण को माफ नहीं किया गया है.'
उन्होंने कहा, 'उनकी रणनीति है, झूठ गढ़ो और इसे जितनी बार हो सके दोहराओ.' जेटली ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्या 'तथ्यों को गढ़ने वाली सोच' वाला कोई व्यक्ति सार्वजनिक बहस का हिस्सा बन सकता है.
उन्होंने कहा, 'विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह गंभीरता से अवलोकन करना चाहिए कि क्या सार्वजनिक बहस को एक 'मूर्ख राजकुमार (क्लाउन प्रिंस)' के झूठ द्वारा प्रदूषित करने की इजाजत दी जा सकती है.'
उन्होंने कहा, 'परिपक्व लोकतंत्र में जो झूठ पर विश्वास करते हैं, उसे सार्वजनिक जीवन के लिए अयोग्य माना जाता है. कईयों को झूठ बोलने की वजह से राजनीतिक गतिविधि से प्रतिबंधित कर दिया गया. लेकिन निश्चित ही यह नियम वंशवादी संगठन कांग्रेस पार्टी में लागू नहीं होगा.'
उन्होंने कहा, 'अगर राफेल मामले में मनगढ़ंत कहानी बनाना पहला झूठ था, तो दूसरा.. बार-बार कहना कि मोदी ने 15 उद्योगपतियों के 2.5 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए. इस वाक्य के सारे शब्द झूठ हैं.'
उन्होंने कहा, 'मिस्टर राहुल गांधी सच्चाई यह है कि आपकी सरकार ने बैंकों को लूटने की इजाजत दी. ऋण को अपर्याप्त रूप से प्रतिभूतिकृत किया गया. आपकी सरकार की इसमें सहभागिता थी.. एक झूठ को कई अवसरों पर दोहरा कर, आप सच्चाई को बदल नहीं सकते.'
Source : News Nation Bureau