राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने न्यूज एजेंसी एएनआई को लंबा इंटरव्यू दिया है. इस 40 मिनट लंबे इंटरव्यू में अग्निपथ योजना, कश्मीर में आतंकवाद जैसे मुद्दों और पाकिस्तान (Pakistan) को भारत सरकार की योजनाओं जैसे मुद्दों पर बात की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत की सेना को भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है, इसलिए तरीके भी नए होंगे. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (National Security Advisor) ने अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) पर कहा कि जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं. यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तित होना पड़ेगा. आवश्यक इसलिए था क्योंकि भारत में, भारत के चारों तरफ माहौल बदल रहा है.
मोदी सरकार कर रही है सकारात्मक बदलाव
अग्निपथ योजना पर आगे बोलते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि पिछले 8 सालों में स्ट्रक्चरल सुधार बहुत सारे हुए हैं. 25 साल से CDS का मुद्दा पड़ा हुआ था. राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था. आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है. उन्होंने आगे कहा कि आज भारत में बनी AK-203 के साथ नई असॉल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है. यह दुनिया की सबसे अच्छी असॉल्ट राइफल है. सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है.
सेना के स्वरूप में नहीं होगा कोई बदलाव
अजीत डोभाल ने कहा कि अकेले अग्निवीर पूरी आर्मी कभी नहीं होंगे, अग्निवीर सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे. बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा. जो अग्निवीर नियमित होंगे(4 साल बाद) उन्हें बेहतर ट्रेनिंग दी जाएगी. इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि सेना में रेजिमेंट के सिद्धांत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. जो रेजिमेंट हैं वे रहेंगी.
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प्रदर्शनों पर भी बोले एनएसए
अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि इसमें दो तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं, एक तो वे हैं जिन्हें चिंता है, उन्होंने देश की सेवा भी की है.. जब भी कोई बदलाव आता है कुछ चिंताएं उसके साथ आती हैं. हम इसे समझ सकते हैं. जैसे-जैसे उन्हें पूरी बात का पता चल रहा है वे समझ रहे हैं. जो दूसरा वर्ग है उन्हें न राष्ट्र से कोई मतलब है, न राष्ट्र की सुरक्षा से मतलब है. वे समाज में टकराव पैदा करना चाहते हैं. वे ट्रेन जलाते हैं, पथराव करते हैं, प्रदर्शन करते हैं. वे लोगों को भटकाना चाहते हैं.
पड़ोसियों से अच्छे संबंध की चाहत, आतंकवाद पर कोई नरमी नहीं
पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर बोलते हुए एनएसए ने कहा कि अगर हमें अपने हित की सुरक्षा करनी है तो हम फैसला करेंगे कि हमें कब, किसके साथ, किस आधार पर शांति स्थापित करनी है...हम पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं परन्तु आतंकवाद के लिए सहिष्णुता नही है. उन्होंने कश्मीर में आतंकवाद को समस्या बताया. साथ ही कहा कि इससे हम प्रभावी रूप से निपट रहे हैं. 2019 के बाद से कश्मीर के लोगों की सोच में बदलाव आया है, वे अब पाकिस्तान और आतंकवाद के पक्ष में नहीं है...कुछ युवा गुमराह हैं, कुछ आतंकी संगठन अभी भी सक्रिय हैं, हम उनसे लड़ रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- एनएसए अजीत डोभाल बोले-सेना के स्ट्रक्चर से समझौता नहीं
- अकेले अग्निवीर पूरी आर्मी कभी नहीं होंगे
- सिर्फ 4 साल की सेवा वाले ही कहे जाएंगे अग्निवीर