गणतंत्र दिवस समारोह के इतिहास में पहली बार आतंकवाद विरोधी एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो राजपथ पर मार्च करते नज़र आएंगे।
26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस पर अगले साल एनएसजी कमांडोज को शामिल करने का फैसला गृह और रक्षा मंत्रालय के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया है।
इस फैसले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) मुख्यालय ने करीब 60 कमांडोज़ की टुकडी तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। ये जवान अपनी दक्षता का प्रदर्शन करेंगे।
अधिकारियों का कहना है, "यह पहली बार होगा जब संघीय आपात बल गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होगा और राजपथ पर मार्च करेगा। उन्होंने कहा कि प्राथमिक मंजूरी जारी कर दी गयी है और उम्मीद है कि एनएसजी की टुकडी मार्च में शामिल होगी।"
राजपथ पर एनएसजी कमांडो अपने पारंपरिक परिधान में होंगे और बालाक्लेवा के साथ वे अपने काले कपड़े में होंगे। इसके साथ ही वो वे अपने विशेष असाल्ट राइफल एमपी-5 और कटार से लैस होंगे।
राजपथ पर मार्च करने वाली एनएसजी की टुकड़ी में सेना और अर्ध-सैनिक बल के कमांडोज़ होते हैं। इसमें मानेसर से कमांडोज़ शामिल होंगे।
उम्मीद की जा रही है कि पिछले साल की तरह इस बार भी अर्धसैनिक बलों की कुछ नियमित टुकडियां परेड में शामिल नहीं हो पाएंगी।
राजपथ के इस मार्च में बीएसएफ के ऊंट की टुकड़ी भी शामिल होगी। लेकिन सशस्त्र सीमा बल के जवान इस बार परेड में शामिल नहीं हो पाएंगे।
Source : News Nation Bureau