भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के कथित विवादित बयान पर अब मुस्लिम देशों की भी नाराजगी सामने आने लगी है. कुवैत, ईरान, सऊदी अरब और पाकिस्तान ने भी नुपुर शर्मा के बयान पर नाराजगी जाहिर की है. कतर और कुवैत के बाद ईरान ने भी भारतीय राजदूत को तलब कर इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. हालांकि बीजेपी और मोदी सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से साफ कर दिया गया है कि ऐसे बयानों से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.
पाकिस्तान भी इस आग में कूदा
नुपुर शर्मा के बयान पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि 'मैं हमारे प्यारे पैगंबर के बारे में भारत के बीजेपी नेताओं की आहत करने वाली टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं'. ईरान के विदेश मंत्रालय ने भी तेहरान में भारतीय राजदूत को तलब किया. हालांकि बैठक में भारतीय राजदूत ने अफसोस व्यक्त किया और कहा कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कोई भी अपमानजनक टिप्पणी स्वीकार नहीं है. भारत सरकार का इस तरह के बयानों और टिप्पणियों से कोई लेना देना नहीं है. भारत में सभी धर्मों का अत्यधिक सम्मान है. भारतीय राजदूत ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी करने के बाद नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही वह सरकार में किसी भी पद पर नहीं हैं.
शहबाज शरीफ ने बयान की आड़ में रोया रोना
पाकिस्तान तो इस कथित बयान के बाद पर एक बार फिर मोदी सरकार के दुष्प्रचार पर उतर आया. पाकिस्तान के पीएम शहनवाज शरीफ ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत धार्मिक स्वतंत्रता को रौंद रहा है और मुसलमानों को सता रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया को इस पर ध्यान देना चाहिए. हमारा प्यार पवित्र पैगंबर के लिए सर्वोच्च है. सभी मुसलमान अपने पवित्र पैगंबर के प्यार और सम्मान के लिए अपना जीवन बलिदान कर सकते हैं'. कुवैत ने भी एक बयान जारी कर इस तरह की टिप्पणियों की निंदा की है. इसके साथ ही कुवैत ने भारत में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की टिप्पणियों को लेकर राजदूत सिबी जॉर्ज को विरोध दर्शाता एक आधिकारिक नोट भी सौंपा. जवाब में कुवैत में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय राजदूत ने कुवैत के विदेश कार्यालय को बताया कि विवादास्पद टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती.
कतर ने भी जाहिर की आपत्ति
कतर के विदेश मामलों के मंत्रालय ने भारतीय राजदूत को तलब किया. उन्हें एक आधिकारिक नोट सौंपा. इसमें कहा गया कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर बीजेपी नेताओं की टिप्पणियों की हम निंदा करते हैं. कतर ने कहा कि ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही कहा कि दुनियाभर में दो अरब से अधिक मुसलमान पैगंबर मोहम्मद के बताए रास्ते पर चलते हैं. इस तरह की टिप्पणियों से धार्मिक घृणा को बढ़ावा मिलेगा. कतर विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के जवाब में कतर में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय राजदूत की विदेश कार्यालय में एक बैठक हुई थी. इसमें विवादित बयान और ट्वीट्स को लेकर चिंता व्यक्त की गई. इसके साथ ही कहा कि इस तरह के ट्वीट भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करते.
HIGHLIGHTS
- विवादित टिप्पणी पर आपत्ति के बाद भारत ने दी सफाई
- कहा-ऐसी टिप्पणियों से मोदी सरकार को लेना-देना नहीं
- पाकिस्तान को मिला भारत के खिलाफ दुष्प्रचार का बहाना