प्रधानमंत्री चुने जाने के कुछ माह बाद ही 2014 में नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र के सालाना सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका गए थे. उस समय नवरात्र चल रहा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपवास पर थे. उनके सम्मान में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शानदार दावत का इंतजाम कर रखा था, लेकिन उपवास के चलते प्रधानमंत्री ने केवल नींबू पानी पीया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कठोर उपवास को देखकर राष्ट्रपति बराक ओबामा दंग रह गए थे. तब प्रधानमंत्री का उपवास अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छा गया था.
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नवरात्रि उपवास के दौरान दिन भर केवल सादा पानी या नींबू पानी ही पीते हैं. शाम को वह नींबू पानी के साथ फल ही खाते हैं. इस दौरान भी वह पूरी ऊर्जा से अपने दैनिक काम-काज और व्यस्त कार्यक्रमों में शिरकत करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कठोर उपवास के बावजूद नवरात्र में ज्यादा काम करते हैं. आम दिनों में वह सुबह पांच बजे जग जाते हैं. नवरात्र में वह सुबह चार बजे ही जग जाते हैं. सुबह की शुरूआत वह मां दुर्गा की पूजा के साथ करते हैं. उपवास के दौरान भी वह नियमित योगा आदि करते रहते हैं. बताया जाता है कि पीएम मोदी नवरात्र में किसी नए कार्य की भी शुरूआत करते हैं. इसके लिए उन्हें आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा काम करना पड़ता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने नवरात्र व्रत को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए एक ब्लॉग लिखा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि एक बार शिक्षक दिवस पर वह एक स्कूल के कार्यक्रम में गए थे. वहां मौजूद एक स्कूली छात्रा ने उनसे पूछा था कि वह नवरात्रि में कैसे इतना कठोर उपवास रखते हैं और इस दौरान उन्हें इतना काम-काज करने की ताकत कैसे मिलती है. इस पर नरेंद्र मोदी ने उसे जवाब दिया था कि ये उपवास उन्हें कई वर्षों से ताकत और शक्ति प्रदान कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तकरीब 40 वर्षों से ज्यादा समय से नवरात्रि पर नौ दिन का उपवास रख रहे हैं. वहा वर्ष की दोनों नवरात्रि (चैत्र व शारदीय) पर इसी तरह से उपवास रखते हैं. शारदीय नवरात्र में नवमी के दिन व्रत खत्म होने के बाद अगले दिन विजयदशमी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शस्त्र पूजन भी करते हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी 2001 से 2014 तक हर विजयदशमी पर अपने सुरक्षाकर्मियों संग बैठकर शस्त्र पूजा किया करते थे. शस्त्र पूजा का ये सिलसिला अब भी प्रत्येक विजय दशमी पर जारी है.
Source : News Nation Bureau