चक्रवाती तूफान यास को लेकर कहा जा रहा है कि ओडिशा पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा, जिसके चलते बंगाल और ओडिशा के बॉर्डर पर स्थित बालासोर के पास भूस्खलन होने की भी संभावना है. राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों से स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने और चक्रवात के मद्देनजर बनाए गए शेल्टरों में जाने का आग्रह किया है. राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने उन्हें कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करने और मास्क पहनकर रखने के लिए कहा है. उन्होंने बताया कि किस तरह से लोगों के सहयोग से सरकार के प्रयासों को मजबूती मिलती है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, चक्रवात ओडिशा के लिए कोई नई घटना नहीं है. उन्होंने कहा, "एक ऐसे समय में जब हम कोविड महामारी से लड़ रहे हैं, चक्रवात यास एक और चुनौती है जिसका हमें सामना करना है. पिछले साल मई में हमने कोविड के साथ-साथ चक्रवात अम्फान का सामना किया था और लोगों की मदद से ही उस दौरान सारी चीजों की व्यवस्था हो पाई. इस बार भी हम आपदा और महामारी संग निपटने के लिए मिलकर काम करेंगे."
वह आगे कहते हैं, "हमारी प्राथमिकता लोगों की जिंदगी बचाना है और इसलिए मेरी आप सबसे विनती है कि आप लोग किसी सुरक्षित स्थान या तूफान के मद्देनजर बनाए गए शेल्टरों में चले जाए और प्रशासन को अपना पूरा सहयोग दें. कोविड महामारी के कारण हमें और अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है. लोग दो फेस मास्क का उपयोग करें और उचित व्यवहार करें."
बंगाल की खाड़ी से उठे बहुत भीषण चक्रवाती तूफान 'यास' का असर दिखना शुरू हो गया है. चक्रवाती तूफान के पहुंचने से पहले ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. चक्रवात यास की वजह से ओडिशा के भुवनेश्वर और बंगाल के दीघा में बारिश पड़ रही है. इसके अलावा भी अन्य हिस्सों में चक्रवात का असर दिख रहा है. तीव्र चक्रवाती तूफान यास की वर्तमान स्थिति पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में है. मौसम विभाग ने ओडिशा के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. 180 की स्पीड से हवाएं चलने की संभावना है.
HIGHLIGHTS
- मुख्यमंत्री ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों से स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने आग्रह किया है
- राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने उन्हें कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करने कहा है
Source : IANS/News Nation Bureau