ओडिशा में चक्रवात 'तितली' ने भारी तबाही मचाई है. तूफ़ान के कारण हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ ने राज्य में जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया. 'तितली' के कारण ओडिशा में 57 लोगों की मौत हो गई और 57,131 घर तबाह हो गए. तितली के कारण करीब 2200 करोड़ के नुसकान का आकलन किया गया है. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने कहा, 'ओडिशा में आए तितली चक्रवात में 10 लोग लापता है. इस आपदा के कारण कई फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. राज्य में 81,25 गांव के 60.11 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है. अक्टूबर 17 को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मुआवजे की राशि को चार लाख रु से दस लाख रु बढ़ा देने का ऐलान किया था.
सूबे के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बाढ़ग्रस्त जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था. विपक्षी दलों द्वारा प्राकृतिक आपदा के खराब प्रबंधन और सरकारी दावे पर सवाल उठाने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, 'यदि विपक्षी दल आलोचना करना चाहते हैं, तो वे ऐसा कर सकते हैं। हम राहत एवं बचाव कार्यो में व्यस्त हैं.'
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गजपति जिले में चक्रवात के कारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, पेड़ उखाड़ जाने पर यतायात व्यवस्था प्रभावित हुई. मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि चक्रवाती तूफान 'तितली' के कारण राज्य के कई हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है. इस तूफान के कारण पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड के कई इलाकों में बारिश हुई.
Source : News Nation Bureau