ओडिशा के कई जिलों में गंभीर चक्रवाती तूफान 'तितली' के कारण हुई मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. खासकर गंजम, रायगढ़ और गजपति जिलों में स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई है. तितली के गुरुवार सुबह ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर आने के बाद भारी बारिश से यहां दूरस्थ इलाकों का संपर्क कट गया है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक समीक्षा बैठक कर तीनों जिलों के जिला अधिकारियों को स्थिति पर निगरानी रखने और संवेदनशील स्थानों पर रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए.
उन्होंने विद्युत आपूर्ति और आपातकालीन सेवाएं सुचारू करने पर ध्यान देने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों को सात दिनों के अंदर फसल और आवासीय नुकसान की मूल्यांकन रिपोर्ट पेश करने का भी निर्देश दिया. मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाधी ने कहा कि गंजम जिले में राहत और बचाव अभियानों को जल्द करने के लिए भारतीय नौसेना के दो हैलीकॉप्टर विशाखापत्तनम से भेजे जाएंगे.
पाधी ने कहा, 'दो हैलीकॉप्टर गंजम पहुंचने वाले हैं. वे अस्का और पुरोषोत्तम क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान चलाएंगे.' उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 14 और ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) की 12 टीमें विभिन्न जिलों में तैनात कर दी गई हैं. प्रभावित जिलों में सड़क और विद्युत ठीक करने का काम भी पूरी रफ्तार में है.
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मुख्य सचिव ने चक्रवात में मरने वाले लोगों के लिए कहा, 'मीडिया रिपोर्ट्स में हमने इन जिलों में दो या तीन लोगों की मौतों की खबर देखी है. हम इसकी पुष्टि कर रहे हैं.' वसुंधरा, रुसिकुल्या और जलाका नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. राज्य के कुछ 16 ब्लॉकों में पिछले 24 घंटों में अब तक 200-300 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जबकि 60 ब्लॉकों में 100-200 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. कुछ ब्लॉकों में 300 मिलीमीटर से भी ज्यादा बारिश हुई है.
Source : IANS