ओडिशा में तितली चक्रवात के कारण राज्य में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है. तितली का प्रभाव आसपास के राज्यों में भी देखने को मिला. राज्य में भूस्खलन के बाद 11 लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग लापता हैं. भारी बारिश से दूरस्थ इलाकों का संपर्क कट गया है. गंजम, रायगढ़ और गजपति जिलों में स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई हैसबसे ज्यादा बाढ़ग्रस्त है और स्थिति संवेदनशील बानी हुई है. गंजम जिले में पानी की आपूर्ति को भाल कर दिया गया है, बिजली आपूर्ति का काम भी लगभग पूरा हो गया है. विशेष राहत आयुक्त ने कहा, 'महेन्द्रगिरि पहाड़ियों में भूस्खलन के कारण 15 लोगों की मौत हो गई. जिले के अफसर से रिपोर्ट मिलने के बाद मृतकों के परिजनों को चार लाख रु का मुआवजा दिया जाएगा.'
शनिवार को सूबे के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बाढ़ग्रस्त जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था. विपक्षी दलों द्वारा प्राकृतिक आपदा के खराब प्रबंधन और सरकारी दावे पर सवाल उठाने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, 'यदि विपक्षी दल आलोचना करना चाहते हैं, तो वे ऐसा कर सकते हैं। हम राहत एवं बचाव कार्यो में व्यस्त हैं.'
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च्रकवात तूफ़ान की चपेट में आये राज्य में राहत और बचाव कार्य जारी है.भारतीय नौसेना डाइविंग टीम का गंजम जिले के अक्सा गांव में बचाव कार्य जारी है. दो नौसेना के चेतक हैलीकॉप्टर गंजम और गजपति जिलों में लोगों को खाने की सामग्री प्रदान कर रही है. हैलीकॉप्टर की मदद से लोगों तक राहत का सामान पहुंचाया जा रहा है.
गजपति जिले में चक्रवात के अकारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, पेड़ उखाड़ जाने पर यतायात व्यवस्था प्रभावित हुई. मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि चक्रवाती तूफान 'तितली' के कारण राज्य के कई हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है. इस तूफान के कारण पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड के कई इलाकों में बारिश हुई.
Source : News Nation Bureau