रॉबर्ट वाड्रा के करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी से बौखलाई कांग्रेस ने शनिवार को कहा, अफसरों को समझना चाहिए, समय बदलता है मौसम बदलता है और 11 दिसंबर को मौसम बदलने वाला है. कांग्रेस की ओर से प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अभिषेक मनु सिंघवी और पवन खेड़ा ने कहा, राज्यों में हार से बौखलाई बीजेपी प्रतिशोध की राजनीति कर रही है. सरकार एजेंसियों का बंधुआ मजदूर की तरह इस्तेमाल कर हिटलरशाही पर उतर आई है. जितने भी सिद्धांत हैं वे कूड़ेदान में फेंके जा रहे हैं. कांग्रेस नेतृत्व की अपमानित करने के लिए CBI, ED इत्यादि का इस्तेमाल कर रहे हैं. कांग्रेस इसकी निंदा करती है.
दोनों नेताओं ने कहा, कल सुबह से आज सुबह तक 24 घंटे रॉबर्ट वाड्रा के ऑफिस, मनोज अरोड़ा और उनकी बहन और उनके संबंधी के घर पर छापेमारी की गई और लोगों को हिरासत में रखा गया. बीकानेर के जमीन का मामला है. पांच सालों में FIR की, चार्जशीट की और सप्लीमेंट्री चार्जशीट की. तीनों में कहीं भी रॉबर्ट वाड्रा का नाम नहीं है. ED के 50 समन आए. जोधपुर हाइकोर्ट ने पूछा कि गुनाह क्या है? कई सालों बाद ED ने दो मुलाजिमों के आधार पर गुनाह बताया, ना कि रॉबर्ट वाड्रा के नाम पर. प्रचार के लिए सरकार यह कार्रवाई कर रही है. आज तक वाड्रा को कोई ECIR (ED का FIR) नहीं मिला.
दोनों नेताओं ने कहा, जिस तरह मनोज अरोड़ा और उनके संबंधियों को प्रताड़ित किया गया. महिला, बुजुर्ग, बच्चों के सात सामान्य शिष्टाचार का ख्याल भी नहीं रखा गया, उससे सरकार की बौखलाहट का पता चलता है. अधिकारियों को समझना चाहिए कि समय बदलता है, मौसम बदलता है. 11 को मौसम बदलने वाला है और फिर अगले साल बदलने वाला है. राजनीतिक प्रतिशोध के कारण इस तरह का दुरुपयोग कभी नहीं देखा गया. सरकार अगर समझती है कि इस तरह की गीदड़भभकी से कांग्रेस को फर्क पड़ने वाला है तो उन्हें कांग्रेस की पहचान नहीं है.
Source : News Nation Bureau