जम्मू-कश्मीर में लोगों द्वारा चुनाव बहिष्कार के फैसले का नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने विरोध किया गया है. एनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव का बहिष्कार करना खतरनाक हो सकता है. उन्होंने कहा, 'अगर वे लोग विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करते हैं तो वही होगा जो लोकसभा चुनाव में हुआ. इसलिए अब विधानसभा चुनाव का बहिष्कार नहीं किया जाना चाहिए.'
इसके साथ ही उमर ने एक विवादित बयान देते हुए कहा, 'त्राल से एक बीजेपी विधायक को जीत मिली जहां के बुरहान वानी और जाकिर मूसा रहने वाला था. अब उनकी (बीजेपी) नजरें कुछ और दूसरी विधासभाओं पर है.'
जम्मू-कश्मीर से धारा-35A और धारा 370 को खत्म करने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों को सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास रखना चाहिए. धारा 35- ए तथा 370 को खत्म करने की धमकी देकर जम्मू-कश्मीर के लोगों को डराने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
उमर ने कहा कि केंद्र सरकार को कोई फैसला लेने से पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए.
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दरअसल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल श्रीनगर के दौरे पर हैं. डोभाल ने इस दौरान स्थानीय प्रशासन से लेकर सेना के कई अधिकारियों से मुलाकात की है.सूत्रों के मुताबिक सीक्रेट दौरे पर पहुंचे अजीत डोभाल ने इस दौरान राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार, डीजीपी दिलबाग सिंह, मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, आईजी एसपी पाणि से मुलाकात की. कश्मीर दौरे पर पहुंचे एनएसए ने इस दौरान आईबी के आलाधिकारियों से भी मुलाकात की. ऐसे में माना जा रहा है कि अनुच्छेद 370 व 35ए को हटाने को लेकर ये मुलाकतें की जा रही हैं.
HIGHLIGHTS
- उमर अब्दुल्ला ने कहा विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करना खतरनाक होगा
- जम्मू-कश्मीर के लोगों को चुनाव बहिष्कार करने से किया मना
- उमर ने त्राल को बताया बुरहान वानी और आतंकी जाकिर मूसा का