पुलिस के मुताबिक 'पिंजरा तोड़' की तीन सदस्य देवांगना कलिता, नताशा नरवाल और गुलफिशा फातिमा ने बताया कि उमर खालिद ने ही उन्हें दंगा भड़काने और भीड़ जुटाने के लिए उकसाया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने समन भेज उमर खालिद को पूछताछ के लिए बुलाया था. उमर खालिद पर गंभीर आरोप है जिनमें दंगा भड़काने, साजिश रचने और भड़काऊ भाषण देने के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दौरे के दौरान लोगों को सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए भड़काना भी शामिल है. पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक उमर खालिद ने पिंजरा तोड़ ग्रुप के मेंबर और प्रदर्शनकारियों को समझाया कि अब सिर्फ भाषणबाजी से काम नहीं चलेगा. सरकार मुस्लिम के खिलाफ है, "ख़ून बहाना पड़ेगा. ऐसे नहीं चलेगा. चक्का जाम ही आखिरी रास्ता है. हमें सरकार को घुटनों के बल लाना ही होगा. आज इसी मुद्दे पर पूरे पैनल के साथ दीपक चौरसिया के साथ देखें #DeshKiBahas...
Source : News Nation Bureau