आयकर विभाग को पूर्व बीजू जनता दल (BJD) सांसद और ओडिशा के उद्योगपति बैजयंत जय पांडा, उनकी पत्नी और सहयोगियों के ख़िलाफ़ कथित तौर पर मनी लॉड्रिंग (काला धान को सफ़ेद करना) और कर चोरी करने की शिकायत मिली है. बताया जा रहा है कि जनवरी महीने में आयकर विभाग को शिकायत मिली थी. शिकायत में दावा किया गया है कि जय पांडा और उनके सहयोगियों ने अर्थशोधन निवारण अधिनियम, ब्लैक मनी अधिनियम और भारतीय आयकर अधिनियम के तहत फर्जी कंपनियों के नाम पर काले धन को सफ़ेद किया.
बताया जा रहा है कि बैजयंत पांडा, उनकी पत्नी जागी मंगत पांडा और उनके 'क़रीबी सहयोगी' मंजूला देवी श्रॉफ ने शेल कंपनियों के माध्यम से अज्ञात श्रोतों के ज़रिए विदेशों से 17.72 करोड़ रुपये मंगवाये थे. बाद में इसी रकम से पांडा और उनकी पत्नी द्वारा चलाई जा रही कंपनियों के लिए बहुत कम पैसे पर शेयर खरीदे गए.
हालांकि इस मामले में जब बैजयंत पांडा और मंजूला श्रॉफ से पूछा गया तो उन्होंने किसी भी तरह की ग़लती करने के आरोप को सिरे से ख़ारिज़ कर दिया. एक ईमेल में पांडा ने जवाब देते हुए लिखा, 'आपने जिस लेन-देन का हवाला दिया है वो लगभग दो साल पुराना है. जहां तक मेरी जानकारी है इस प्रकिया को पूरा करते हुए सभी नियामक मानदंडों का पालन किया गया है.'
वहीं श्रॉफ़ का कहना है कि 'पावर ऑफ़ अटॉर्नी धारक होने के नाते मेरा किसी भी संस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है और न ही किसी लेन देन का लाभार्थी हूं जैसा कि आपने यहां बताया है.
बहामस कंपनी के रजिस्टरार रिकॉर्ड्स के मुताबिक जून 1993 में फिनले, जनवरी 1995 में मेस्सिना और मार्च 2003 में पिकिका को बहामस कंपनी में शामिल कर लिया गया था. रिकॉर्ड्स के मुताबिक मंजुला देवी श्रॉफ़ जो दिल्ली रहती हैं के पास साल 1994 में फिनले और साल 1995 में मेस्सिना का पावर ऑफ़ अटार्नी मिला था.
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बता दें कि मंजुला देवी श्रॉफ़ ओडिशा के पूर्व रॉयल परिवार से ताल्लुक़ रखती हैं. इसके साथ ही वो केलोरेक्स ग्रुप जिनका गुजरात में स्कूल चलता है की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं. इसके अलावा वो किशनगढ़ पर्यावरण विकास एक्शन प्राइवेट लिमिटेड और ओडिशा टेलीविज़न लिमिटेड में जागी मंगत पांडा के साथ बोर्ड सदस्य में शामिल हैं.
Source : News Nation Bureau