रविवार सुबह आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच जारी मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया. सूचना है कि सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को भी घेर लिया है. एक आतंकी के मारे जाने की भी खबर है. आतंकियों से यह मुठभेड़ बताती है कि पाक परस्त आतंकी संगठन खासकर हिजबुल मुजाहिदीन इस इलाके में फिर से अपने पैर जमाने की फिराक में है. लगभग एक दशक के बाद इस इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ देखने में आई है. सूत्रों के मुताबिक खुफिया इनपुट के बाद सुरक्षा बलों ने शनिवार देर रात इलाके में एक मकान को घेरा था. इस मकान में सुरक्षा बलों को आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी.
प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ वाली जगह पर हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकी छिपे हुए हैं. माना जा रहा है कि इनमें से एक आतंकी कश्मीर का है. रिपोर्ट के मुताबिक सेना और आतंकियों के बीच ये मुठभेड़ डोडा के गुडुना इलाके में हो रही है. दोनों ओर से जोरदार गोलीबारी हो रही है. सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की फायरिंग का माकूल जवाब दे रही है. आतंकी घरों की आड़ लेकर छिपे हुए हैं. गौरतलब है कि कोरोना लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान परस्त आतंकी बड़ी वारदात करने की फिराक में हैं.
खुफिया इनपुट के मुताबिक आतंकी पाकिस्तान सेना और हुक्मरानों की शह पर राज्य के उन इलाकों में फिर से अपने पैर जमाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, जहां से आतंकवाद को खत्म किया जा चुका है. इनमें डोडा, किश्तवाड़ और रामबन इलाका शामिल हैं. हिजबुल मुजाहिदीन के स्थानीय प्रमुख रियाज नाइकू के मुठभेड़ में मारे जाने के अगले ही दिन सुरक्षा बलों ने डोडा से इसी संगठन के एक आतंकी को गिरफ्तार किया था, जो आतंकियों के लिए मदद जुटाने का काम करता था. गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान रकीब आलम के तौर पर हुई थी, जो स्वांदा गांव का रहने वाला था. इसके अलावा किश्तवाड़ में भी सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच कई मुठभेड़ें हो चुकी हैं.
Source : News Nation Bureau