करतापुर कॉरिडोर का उद्घाटन पाकिस्तान 9 नवंबर को करने वाला है. करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने के लिए भारतीय श्रद्धालु इस कॉरिडोर का इस्तेमाल करेंगे. लेकिन पाकिस्तान भले ही करतापुर कॉरिडोर भारतीयों के लिए खोलने की बात कह रहा हो, लेकिन इसके लिए 20 डॉलर फीस वसूलने पर अड़ा हुआ है. करतापुर के लिए रविवार को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत होनी थी, लेकिन अभी तक रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं हुआ. इसके पीछे वजह 20 डॉलर फीस वसूल करना है. इस पर भारत ने ऐतराज जताया है.
अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान हर एक तीर्थयात्री से 20 डॉलर यानी करीब 1,400 रुपये की फीस वसूलना चाहता है.
उम्मीद की जा रही थी कि भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर को लेकर सभी मुद्दों पर शनिवार को सहमति बना ली जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. जिसकी वजह से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत नहीं हो पाई है.
इसे भी पढ़ें:हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने PM पर कसा तंज- यह मोदी नहीं, मंदी है
भारत ने पाकिस्तान को प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर की फीस वसूले जाने को लेकर एक बार फिर से विचार करने को कहा. इसके अलावा हर दिन 10,000 यात्रियों को दर्शन की अनुमति देने की मांग की है. इसके साथ ही हर रोज भारतीय प्रॉटोकॉल ऑफिसर के भी दौरे की अनुमति मांगी है.
और पढ़े:Diwali 2019: इस दिवाली अपने राशि के अनुसार ऐसे जलाएं दीये, अगले दिवाली तक बरसेंगी खुशियां
बता दें कि करतापुर कॉरिडोर करतारपुर के दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धर्मस्थल से जोड़ेगा. इससे भारतीय श्रद्धालु वीजा मुक्त आवाजाही कर पाएंगे. श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए बस एक परमिट लेना होगा.