सेना उधमपुर में उत्तरी कमान मुख्यालय से संवेदनशील ऑपरेशनल डेटा के कथित लीक किये जाने की जांच की कर रही है. मामले की जांच में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों से जुड़ा एक ड्रग रैकेट भी सामने आया है. सेना ने जब मामले की जांच की तो कथित तौर पर इसमें तीन जवानों की भूमिका संदिग्ध नजर आई है. सेना ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक जब जवानों में से एक उधमपुर में था और कथित तौर पर मुख्यालय में ऑपरेशनल डेटा तक पहुंच थी, दो अन्य जवान अलग-अलग बटालियन से थे और कहीं और तैनात थे. सूत्रों ने कहा कि तीनों एक दूसरे के संपर्क में हैं.
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जांच में सामने आया कि ड्रग व्यापार में कम से कम दो जवानों की कथित संलिप्तता है. खुफिया एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच में 16 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग दो मेजर जनरलों के साथ-साथ जांच दल के सदस्य के रूप में जांच दल के पीठासीन अधिकारी हैं.
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तीन जवानों की हो रही जांच
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी लिंक के साथ नशीली दवाओं के व्यापार की जांच के दौरान मामले ऑपरेशनल डेटा लीक की जानकारी मिली. जानकारी के मुताबिक उत्तरी कमान से संबंधित कथित रूप से संवेदनशील ऑपरेशन जानकारी वाली एक पेन ड्राइव को एजेंसी ने इन्क्रिप्ट किया था. सूत्रों का कहना है कि मिलिट्री इंटेलिजेंस को अलर्ट कर दिया गया और तीन जवानों की संलिप्तता सामने आई.आगे की जांच अभी जारी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि जांच जारी है जिसमें और विवरण सामने आएंगे.
Source : News Nation Bureau