Operation Kaveri: सूडान में आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स की टकराहट में भारतीय फंसे हुए हैं. दोनों के बीच की जंग ने यहां पर तनावपूर्ण माहौल बना दिया है. यहां पर हालांकि 72 घंटे का सीजफायर है. इस बीच भारत ने अपने नागरिकों को सूडान से निकालने को लेकर बड़े पैमाने पर कोशिशें बढ़ा दी गईं हैं. ऑपरेशन कावेरी सफलता की ओर बढ़ रहा है. यहां से अब तक 798 भारतीय नागरिकों को सूडान से निकाला जा चुका है. इससे पहले भारतीय वायुसेना का एक मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट गुरुवार को 128 भारतीयों को लेकर जेद्दा पहुंचा. वहीं बीती रात एक कॉमर्शियल फ्लाइट के माध्यम से 360 नागरिक जेद्दा से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे.
136 फंसे भारतीयों का चौथा जत्था बुधवार को विमान से पोर्ट सूडान से सऊदी अरब के जेद्दा के लिए . फंसे हुए भारतीयों का चौथा जत्था पोर्ट सूडान से जेद्दा के लिए रवाना हुआ. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया कि 136 यात्रियों के साथ विमान ने उड़ान भरी.
इस बीच, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बुधवार को जेद्दाह हवाईअड्डे पर पहुंचे भारतीयों के पिछले जत्थे का स्वागत किया. इससे पहले नौसैनिक पोत आईएनएस सुमेधा 278 यात्रियों को लेकर जेद्दा बंदरगाह पहुंचा. विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, "#ऑपरेशन कावेरी पूरे जोरों पर है. दूसरी IAF C-130J फ्लाइट पोर्ट सूडान से जेद्दा के लिए रवाना हुई, जिसमें 135 और यात्री थे. यह ऑपरेशन कावेरी के तहत निकाले गए लोगों का तीसरा बैच है."
मंगलवार को, एमओएस एमईए ने इंटरनेशनल इंडियन स्कूल, जेद्दा में पारगमन सुविधा का निरीक्षण किया, जहां सूडान से निकाले गए भारतीयों को भारत आने से पहले प्राप्त किया जाएगा और संक्षेप में रखा जाएगा. "इंडियन पेज, जेद्दा में पारगमन सुविधा का निरीक्षण किया, जहां सूडान से निकाले गए भारतीयों को भारत की यात्रा से पहले प्राप्त किया जाएगा और संक्षिप्त रूप से रखा जाएगा.
HIGHLIGHTS
- 798 भारतीय नागरिकों को सूडान से निकाला जा चुका है
- 136 फंसे भारतीयों का चौथा जत्था बुधवार को रवाना हुआ