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लोगों ने माना 2019 में मोदी फिर बनेंगे पीएम, लेकिन लोकप्रियता में आई कमी : सर्वे

देश भर में कराए गए एक सर्वे लोकनीति-CSDS मूड ऑफ द नेशन (MOTN) के अनुसार 2019 में होने वाले आम चुनावों में पीएम मोदी आज भी लोगों की पहली पसंद है।

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vineet kumar1
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लोगों ने माना 2019 में मोदी फिर बनेंगे पीएम, लेकिन लोकप्रियता में आई कमी : सर्वे

पीएम मोदी और राहुल गांधी

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देश की एनडीए (नेशनल डेमौक्रैटिक एलायंस) सरकार को आज 4 साल पूरे हो गए हैं और आज 4 साल बाद भी लोगों का भरोसा केंद्र की मोदी सरकार पर कायम है। देश भर में कराए गए एक सर्वे लोकनीति-CSDS मूड ऑफ द नेशन (MOTN) के अनुसार 2019 में होने वाले आम चुनावों में पीएम मोदी आज भी लोगों की पहली पसंद है।

ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो 73.3% लोगों का मानना है कि एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी।

वहीं एक और सर्वे एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के मुताबिक उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत के हिस्सों में बीजेपी को नुकसान होता दिखाई दे रहा है, लेकिन इन सब के बावजूद एनडीए की केंद्र में वापसी होगी।

पीएम मोदी की लोकप्रियता में आई है कमी

हिंदी न्यूज चैनल आज तक की ओर से कराए गए इस सर्वे के अनुसार 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए 36 फीसदी वोटरों की पसंद थे, जो कि 2018 में घटकर 34 फीसदी हो गया है। वहीं विपक्ष के लिए भी राहुल को लेकर थोड़ी राहत की खबर आई है।

ओपिनियन पोल के अनुसार पीएम मोदी और राहुल गांधी के बीच लोकप्रियता का अंतर घटा है, पांच महीने पहले जो अंतर 17 फीसदी था वो अब घटकर 10 फीसदी हो गया है।

पीएम पद के लिए राहुल 24 फीसदी लोगों की पसंद है।

और पढ़ें: मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर कांग्रेस मना रही है 'विश्वासघात दिवस', देश भर में करेगी प्रदर्शन

बीजेपी का आधार घटा
मूड ऑफ द नेशन ओपिनियन पोल के अनुसार 2019 के आम चुनाव में एनडीए को करीब 37 फीसदी, यूपीए को 31 फीसदी और अन्य पार्टियों को 32 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सर्वे के मुताबिक 'एनडीए के लिए आंकड़े उतने ही खराब हैं जितने जुलाई 2013 में यूनाइटेड प्रोग्रेसिव एलायंस (UPA) के खिलाफ थे यानी 2014 लोकसभा चुनाव से 9 महीने पहले।'

आज से पांच महीने पहले बीजेपी की लोकप्रियता शिखर पर थी, तब 39 फीसदी लोग सरकार के समर्थन में थे जो कि आज घटकर 37 फीसदी हो गया है।

वहीं मई 2017 में यह 45 फीसदी था, पिछले साल की तुलना में एनडीए के समर्थन-आधार में 8 फीसदी की कमी आई है।

कुछ ऐसे ही मिलते-जुलते आंकड़े एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस का सर्वे भी दर्शाता है। यूपी में महागठबंधन होने की स्थिति में एनडीए को 8 फीसदी वोट शेयर का नुकसान होता दिख रहा है।

सर्वे में एनडीए को 35%, यूपीए को 12% और अन्य (एसपी-बीएसपी-अन्य दल) को करीब 53% वोट मिलने की बात कही जा रही है।

बहुमत से बहुत दूर है विपक्ष

लोकनीति-CSDS मूड ऑफ द नेशन के सर्वे के अनुसार 2014 में 323 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली एनडीए को इस बार 543 में से 274 सीट पर कामयाबी मिल सकती है।

वहीं 2014 में सिर्फ 60 सीटों पर सिमट जाने वाली कांग्रेस के यूपीए गठबंधन को 100 सीटों का फायदा मिलता नजर आ रहा है, हालांकि वो बहुमत से अब भी काफी दूर है। वहीं अन्य पार्टियों को करीब 105 सीट मिलती नजर आ रही है।

वहीं एबीपी न्यूज चैनल की ओर से कराए गए सर्वे में लोकसभा चुनाव में एनडीए को 274, यूपीए को 164 और अन्य दलों को 105 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है।

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मोदी सरकार पर भरोसा कायम, पर बंट गई है राय

सर्वे के अनुसार देश के धार्मिक अल्पसंख्यकों में मोदी सरकार को लेकर नाराजगी बढ़ी है। मुस्लिमों में तीन-चौथाई, ईसाइयों में हर पांच में से तीन और सिक्ख समुदाय में 50 फीसदी लोगों ने एनडीए सरकार के प्रति नाराजगी जताई है।

वहीं हिन्दुओं के बीच भी राय बंटी नजर आई है, जहां 44 फीसदी हिंदु बीजेपी के सत्ता में वापसी के पक्ष में नजर आए वहीं 42 फीसदी दूसरा मौका देने के मूड में नही हैं।
कांग्रेस के प्रति दलितों में बढ़ा विश्वास

सर्वे के मुताबिक मोदी सरकार का सबसे ज्यादा विरोध दलित और आदिवासी समुदाय में नजर आया है। आंकड़ों के अनुसार 55 फीसदी दलित, 43 फीसदी आदिवासी और 42 फीसदी अन्य पिछड़ी जातियों (OBC) में केंद्र सरकार के खिलाफ खासा नाराजगी है।

सर्वे के अनुसार पीएम मोदी की लोकप्रियता बीते 5 महीनों में दलितों में 35 फीसदी से गिरकर 25 फीसदी और आदिवासियों में 42 फीसदी से गिरकर 37 फीसदी पर आ गई है।

वहीं ABP न्यूज-लोकनीति-CSDS के सर्वे अनुसार महागठबंधन की स्थिति में उत्तर भारत में एनडीए को करीब 44 सीटों का नुकसान होगा। उत्तर भारत में एनडीए को 39 फीसदी, यूपीए को 21 फीसदी और अन्य को करीब 40 फीसदी वोट मिलने की बात कही जा रही है।

मध्य में कमजोर तो पूर्व में मजबूत हुई बीजेपी

सर्वे के अनुसार आम-चुनाव से पहले राजस्थान औऱ मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को काफी नुकसान दिखाई दे रहा है जिसका असर आम चुनावों पर भी देखने को मिल सकता है।

मध्य-भारत में बीजेपी को 34 सीटों का नुकसान होने की बात कही जा रही है। मध्य प्रदेश में एनडीए को सबसे ज्यादा नुकसान होता दिख रहा है, जहां उसके वोट शेयर में 2014 की अपेक्षा लगभग 14 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है।

वहीं ABP न्यूज-लोकनीति-CSDS के सर्वे के मुताबिक 2019 के चुनाव में एनडीए को पूर्वी भारत की 142 सीटों में 86-94 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा यूपीए के खाते में 22-26 जबकि अन्य को 26-30 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में पूर्वी भारत में 2014 के चुनाव की अपेक्षा इस बार 32 सीटों का फायदा नजर आ रहा है।

वहीं पश्चिम बंगाल में सर्वे कहता है कि लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए को करीब 24 फीसदी वोट मिलेगा। वहीं यूपीए को 11 फीसदी और अन्य पार्टियों के खाते में करीब 65 फीसदी वोट जाते दिख रहे हैं।

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Source : News Nation Bureau

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