संसद का मानसून सत्र इस बार विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया है. विपक्ष के सांसदों ने मंगलवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा किया है. केंद्र के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में सांसदों ने संसद में जमकर 'जय जवान, जय किसान' के नारे लगाए हैं. इस दौरान विपक्ष के एक सांसद ने डेस्क पर चढ़कर हंगामा काटा और फिर रूल बुक फेंक दी. विपक्ष ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. ये पहली बार नहीं है, बल्कि इससे पहले भी विपक्ष ने संसद में कागज फाड़कर फेंका था.
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विपक्ष संसद में पैगासस, कृषि कानून समेत कई मुद्दों पर चर्चा चाहता है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने जासूसी कांड पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है. सरकार का कहना है कि पैगासस से भारत का कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए इस पर बहस जरूरी नहीं है. वहीं, नए कृषि कानूनों को लेकर पिछले कई महीनों से किसान सीमा पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां किसानों के पक्ष में खड़ी हैं. राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की है. कृषि कानून के विरोध में विपक्षी दलों के नेताओं ने जमकर हंगामा किया है. इस दौरान विपक्षी नेता वेल में पहुंचे और डेस्क पर चढ़कर आसन की तरफ रूल बुल भी फेंक दी. हालांकि, कई बार हुए हंगामे के बाद दिनभर के लिए राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
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आपको बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ( Agriculture Minister Narendra Singh Tomar ) ने किसानों के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि विपक्ष को किसानों की चिंता नहीं है, वो तो मीडिया की सुर्खियों में बना रहना चाहता है. उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष वास्तव में किसानों को लेकर गंभीर है तो सरकार संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन विपक्ष बात करने को तैयार क्यों नहीं है.
HIGHLIGHTS
- विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ा संसद का मानसून सत्र
- विपक्ष ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की है