विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी के भतीजे श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने अपने मामा को चिट्ठी लिखकर उनके फैसले पर आश्चर्य जताया है। गोपाल कृष्ण की उम्मीदवारी पर उनके भतीजे ने लिखा है कि महात्मा गांधी के कट्टर आलोचक भी इससे इनकार नहीं करेंगे कि गांधी जी जन्म के कारण मिलने वाले अधिकारों का विरोध किया था।
उन्होंने अपनी चिट्ठी में गांधी परिवार पर भी वार करते हुए लिखा, 'नेहरू-गांधी परिवार ने राजवंश को फिर से स्थापित करने का काम किया है।'
उन्होंने लिखा कि, 'कांग्रेस की प्रेसिडेंट इस इस पोजिशन पर पिछले 18 सालों से हैं, उनके बाद अब उनका बेटा इस पोजिशन को लेने के लिए तैयार है। इतना होने के बाद भी आप (गोपालकृष्ण) उनके पार्टी की तरफ से उम्मीदवार कैसे बन गए।'
कुलकर्णी ने लिखा, 'ऐसी वंशवाद वाली पार्टी के नेताओं के साथ आपको नामांकन भरते देखकर मुझे बेचैनी हो गई थी।'
कुलकर्णी ने आगे लिखा, 'इतने सालों में हुए घोटालों पर भी आप चुप ही रहे। क्या आपको लगता है कि यह सब राजनीतिक साजिश है।' इस खत के साथ कुलकर्णी ने एक नया नारा कहा 'नॉट इन गांधी जी नेम'।
और पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अमित शाह का आश्वासन
आखिर में उन्होंने खत को यह लिखते हुए विराम दिया कि गोपालकृष्ण के इस फैसले से उनके अंदर विश्वास नहीं बल्कि विश्वासघात की भावनाएं आती हैं। उन्होंने लिखा, 'मैं आपकी हमेशा इज्जत करता रहूंगा, साथ ही उपराष्ट्रपति चुनाव में मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।'
हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में सत्ताधारी एनडीए के कैंडिडेट रामनाथ कोविंद को जीत मिली। वहीं विपक्ष की कैंडिडेट मीरा कुमार को हार का सामना देखना पड़ा था।
और पढ़ें: नीतीश कैबिनेट में जगह न मिलने से नाराज हुए मांझी, कहा- कमजोर को सताया गया
Source : News Nation Bureau