नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) से सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने जम्मू एंड कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से संबंधित कथित अनियमितता मामले में पूछताछ की. जिसके बाद फारुख अब्दुल्ला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सवाल कई सालों से चल रहा है. यह कोई नई बात नहीं है.
फारुख अब्दुल्ला ने आगे कहा कि मैं कुछ इस कहने वाला नहीं हूं. कोर्ट तय करेगा कि क्या किया जाना चाहिए. मैं चिंतित नहीं हूं.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने आगे कहा कि हमें बहुत आगे तक जाना है. एक लंबी राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी मंच पर फारुख अब्दुल्ला जिंदा रहे या ना रहें. हमारी लड़ाई अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करवाना है. हमारी प्रतिज्ञा बदलेगी नहीं मैं चाहे फांसी पर ही क्यों ना चढ़ जाऊं.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में कथित करोड़ों रुपयों के हुए घोटाले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रधान डॉ फारुख अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर पूछताछ की है. डॉ फारुख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के उस समय प्रधान थे.
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सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने डॉ. फारूक अब्दुल्ला को एक बार फिर समन भेजकर पूछताछ के लिए अपने कार्यालय में बुलाया.
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बीसीसीआई ने साल 2002 से 2011 के बीच राज्य में क्रिकेट सुविधाओं के विकास के लिए 112 करोड़ रुपये दिए थे. आरोप है कि इस रकम में से 43.69 करोड़ रुपये का गबन किया गया.
Source : News Nation Bureau