ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 2022 के विधानसभा चुनाव अभियान की शुरूआत 7 सितंबर से अयोध्या जिले से करने का फैसला किया है।
ओवैसी इस दिन अयोध्या के रुदौली में एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जिसमें मुसलमानों, दलितों, पिछड़ों और सवर्ण हिंदुओं को भी आमंत्रित किया गया है।
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा, न केवल मुस्लिम बल्कि अन्य समुदायों को भी केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा परेशान और शोषण किया गया है। एआईएमआईएम ने पूरे उत्तर प्रदेश में वंचित-शोषित समाज सम्मेलनों की एक श्रृंखला आयोजित करके भाजपा सरकार द्वारा दबाए गए लोगों के लिए अधिकारों के लिए लड़ने का फैसला किया है।
8 सितंबर को ओवैसी इसी तरह के एक सम्मेलन को सुल्तानपुर और बाराबंकी में संबोधित करेंगे।
शौकत अली ने कहा, ये समुदाय एक विकल्प की तलाश में हैं और एआईएमआईएम वंचित समुदायों की आशा और आवाज के रूप में उभरा है। एआईएमआईएम लोगों से 2022 के विधानसभा चुनावों में कल्याण के लिए काम करने वाली सरकार बनाने के लिए इसका समर्थन करने का आह्वान करेगी।
एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश की 100 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया है।
एआईएमआईएम भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाने के लिए छोटे राजनीतिक दलों के गठबंधन में भी शामिल हो गया है, जिसमें ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी), बाबू सिंह कुशवाहा के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी, बाबू रामपाल के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय उदय पार्टी, प्रेमचंद प्रजापति के राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी और अनिल सिंह चौहान के नेतृत्व वाली जनता क्रांति पार्टी शामिल है।
मोर्चा ने भीम आर्मी को चुनाव पूर्व गठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
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Source : IANS