भारत वर्तमान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से त्रस्त है. इस संकट काल के जदौरान ऑक्सीजन की कमी से और बड़ा संकट खड़ा हुआ है. देशभर के अस्पताल मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. हालांकि मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में भारतीय रेल मिशन मोड में है. भारतीय रेलवे चुनौतियों से पार पाते हुए और नए उपायों की तलाश के साथ देश के विभिन्न राज्यों में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के अपने अभियान को निरंतर जारी रख लोगों को राहत पहुंचा रही है.
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40 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने अपनी यात्रा पहले ही पूरी कर ली है. भारतीय रेलवे राज्यों की मांग पर यथासंभव मात्रा में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता पर लगातार काम कर रहा है. रेलवे ने अब तक देश के विभिन्न राज्यों में 161 टैंकरों में लगभग 2511 मीट्रिक टन चिकित्सा उपयोग हेतु ऑक्सीजन की आपूर्ति की है. अब तक महाराष्ट्र को 174 मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश को 689 मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश को 190 मीट्रिक टन, हरियाणा को 259 मीट्रिक टन, तेलंगाना को 123 मीट्रिक टन और दिल्ली को 1053 मीट्रिक टन ऑक्सीज़न की आपूर्ति की गई.
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इस समय ऑक्सीजन एक्सप्रेस के द्वारा 22 टैंकरों में 400 टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन अपने मार्ग पर हैं, जिनकी डिलिवरी मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में होनी है. रेलवे द्वारा की जा रही ऑक्सीजन की ढुलाई एक जटिल प्रक्रिया है और ढुलाई से जुड़े आंकड़े लगातार अपडेट किए जा रहे हैं.
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गौरतलब है कि लगातार कोरोना मामले बढ़ने से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर बुरा असर पड़ा है. इस आपातकालीन हालात में देश के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड्स कम पड़े गए हैं. दवाईयों के लिए किल्लत है तो ऑक्सीजन के लिए मारामारी हो रही है. ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की सांसें अटक रही हैं. हालांकि कोविड 19 मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए भारतीय रेलवे लगातार राज्यों को टैंकर से सप्लाई करने में जुटी है. इसके अलावा एयरफोर्स भी ऑक्सीजन सप्लाई के अभियान में अपनी जिम्मेदारी निभा रही है.
HIGHLIGHTS
- जिंदगी बचाने में लगी ऑक्सीजन एक्सप्रेस
- राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचा रही है रेलवे
- अबतक 2511 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति