आइएनएक्स मीडिया मामले में पी चिदंबरम की गिरफ्तारी को इंद्राणी मुखर्जी ने खुशखबरी बताया है. दरअसल जब उनसे पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो गिरफ्तार हो गए ये अच्छी खबर है.
Indrani Mukerjea, who turned approver in INX Media case, on being asked about arrest of P Chidambaram: It's good news that P Chidambaram has been arrested. (file pic) pic.twitter.com/McwrbOUZTP
— ANI (@ANI) August 29, 2019
इससे पहले चिदंबरम के खिलाफ इंद्राणी मुखर्जी का बयान उनकी गिरफ्तारी के लिए काफी अहम साबित हुआ था. इंद्राणी ने जांच एजेंसी को दिए बयान में कहा था कि INX मीडिया की अर्जी फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड ( FIPB) के पास थी. इस दौरान उन्होंने पति पीटर मुखर्जी और कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ पूर्व वित्त मंत्री के दफ्तर नॉर्थ ब्लॉक में जाकर मुलाकात की थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दिए अपने बयान में उन्होंने कहा , ' पीटर ने चिदंबरम के साथ बातचीत शुरू की और अर्जी की प्रति भी उन्हें सौंपी. FIPB की मंजूरी के बदले चिदंबरम ने पीटर से कहा कि उनके बेटे कार्ति के बिजनस में मदद करनी होगी. ' इस बयान को ईडी ने चार्जशीट में दर्ज किया और कोर्ट में भी इसे सबूत के तौर पर पेश किया गया.
यह भी पढ़ें: पी चिदंबरम को लेकर जो फैसला आएगा, वो माल्या, चोकसी, जाकिर नाइक के केस को प्रभावित करेगा : तुषार मेहता
चिदंबरम को मिले कितनी रकम ? खुलासा नहीं
प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को दी जानकारी में कहा कि इंद्राणी ने पी. चिदंबरम को कितनी रकम रिश्वत के तौर पर दी , इसका खुलासा नहीं किया है. जांच एजेंसी के अनुसार , '2008 में FIPB की मंजूरी में जब अनियमितताओं की बात सामने आई तो पीटर ने फिर से चिदंबरम से मिलने की कोशिश की. चिदंबरम उस वक्त वित्त मंत्री थे और पीटर ने मुश्किलों के समाधान के लिए उनसे मिलने का तय किया. पीटर ने कहा कि कथित अनियमितताओं से संबंधित मसले को कार्ति चिदंबरम की सलाह और मदद से सुलझाया जा सकता है क्योंकि उनके पिता ही वित्त मंत्री हैं. '
कार्ति ने 10 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर लिए
इंद्राणी ने प्रवर्तन निदेशालय को बताया कि कार्ति से उनकी और पीटर की मुलाकात दिल्ली के एक होटल में हुई. इंद्राणी ने अपने बयान में कहा , 'कार्ति ने इस मामले को सुलझाने के लिए 10 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर मांगे. कार्ति ने कहा कि उनके किसी ओवरसीज बैंक अकाउंट या असोसिएट के बैंक अकाउंट में यह रकम जमा करनी होगी , ताकि मामले को सुलझाया जा सके. पीटर ने कहा कि ओवरसीज ट्रांसफर संभव नहीं है तो कार्ति ने दो फर्म चेस मैनेजमेंट और अडवांटेज स्ट्रैटिजिक में पेमेंट का सुझाव दिया. '
यह भी पढ़ें: पी चिदंबरम की जमानत खारिज करने वाले जज को ट्रिब्यूनल का शीर्ष पद मिला
कार्ति चिंदबरम ने क्या कहा था?
वहीं जब पी चिंदबरम की गिरफ्तारी के बाद उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से इस बारे में पूचा गया तो उन्होंने साफ कह दिया कि न मैं कभी पीटर मुखर्जी से मिला न मैं उनको जानता हूं. न मैं इंद्राणी मुखर्जी को जानता हूं न मैं कभी उनसे मिला हूं. मैं सिर्फ एक बार उनसे मिला हूं वो भी तब जब सीबीआई ने मुझे और इंद्राणी मुखर्जी को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की थी.