फिल्म 'पद्मावत' के विरोध में हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के बाद विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है। इन राज्यों में बीजेपी की सरकार है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के नाराज नेता कुमार विश्वास ने कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए।
दरअसल, गुरुवार को रिलीज हो रही संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' के खिलाफ करणी सेना के कथित कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी दिखाते हुए हरियाणा के गुरुग्राम में स्कूल बस पर हमला कर दिया। बस में तोड़फोड़ की गई। किसी तरह मासूमों ने अपनी जांच बचाई।
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इससे संबंधित वीडियो वायरल होने के बाद से राज्य सरकार सवालों के घेरे में है। प्रशासन ने ऐहतियातन गुरुग्राम में धारा 144 लागू किये हैं। वहीं कई स्कूलों ने रविवार तक स्कूल बंद रखने का फैसला किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हमले की निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, 'बच्चों पर होने वाली हिंसा को किसी भी तरह से न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। हिंसा और घृणा कमजोर लोगों के हथियार हैं। बीजेपी हिंसा और घृणा की मदद से पूरे देश को आग में झोंक रही है।'
ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा, 'अगर पद्मावत पश्चिम बंगाल में रिलीज होती है तो मुझे खुशी होगी।'
अखिलेश यादव
फिल्म पद्मावत को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'सरकार अगर समस्त आशंकाओं के बावजूद भी किसी प्रदर्शन की अनुमति दे रही है तो फिर उसे जनता की सुरक्षा की गारंटी भी देनी होगी। सरकार ऐसी ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकती।'
अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को राजपूत समूह के हिंसक प्रदर्शन के बीच विवादास्पद फिल्म 'पद्मावत' की सुरक्षित रिलीज को सुनिश्चित करने में केंद्र और राज्य सरकारों की असमर्थता पर सवाल उठाए।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'अगर सभी राज्य सरकारें, केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट एक साथ मिलकर एक फिल्म की सुरक्षित रिलीज नहीं करा सकते और इसे चला नहीं सकते तो हम कैसे निवेश के प्रवाह की उम्मीद कर सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'विदेशी निवेश (एफडीआई) को तो भूल ही जाइए, यहां तक कि स्थानीय निवेशक भी दुविधा में होंगे। यह पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं है। नौकरियों के लिए भी खराब है।'
वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'शर्म आनी चाहिए.... खुद को सेना बताने वाले इन गुंडों को भी जो राजपूत आन-बान-शान के नाम पर बच्चों को पत्थर मार रहे हैं, और उन सरकारों को भी को इन गुंडों से डरती हैं....राजपूत अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध हैं, इस तरह की कायरता के लिए नहीं।'
आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहे कवि कुमार विश्वास ने भी हिंसा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'प्रचार से नोट छापने की मुम्बईया ज़िद, हर भावुकता का तुष्टिकरण कर वोट-बैंक से जोड़ लेने का घटिया राजनैतिक पैंतरा, हाशिए पर पड़े कुछ तथाकथित दर्प-रक्षकों की अधकचरी सोच, सबने मिलकर महान राजपूताना की इतिहास-परम्परा को आज ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है जहां पूरा देश सामूहिक शर्मिंदा है।'
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Source : News Nation Bureau