उरी हमले पर पाकिस्तान के अड़ियल रुख पर अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल ने पाकिस्तान को आईना दिखाया है। अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तान को भारत के संयम बरतने की नीति का फायदा नहीं उठाना चाहिए। अगर पाकिस्तानी सरकार पीएम मोदी के सहयोग की अपील को खारिज करती है तो पाकिस्तान खुद एक देश के रूप में अपनी छवि को नुकसान पहुंचाएगा।
पढ़िए अमेरिकी अखबार के लेख में पाकिस्तान के लिया क्या है संदेश
1.मंगलवार को लिखे गए कॉलम के जरिए अखबार ने पाकिस्तान को संदश दिया है की पीएम मोदी इस वक्त पाकिस्तान के लिखा कड़ा रुख अपनाये हुए हैं और अगर ऐसे में पाकिस्तानी सरकार पीएम मोदी के सहयोग के प्रस्ताव को खारिज करेगी तो विश्व में उसके अलग-थलग पड़ने की छवि और मजबूत होगी।
2.आतंकवाद के मुद्दे पर हमेशा भारत को ज्यादा समर्थन मिलता रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई नहीं करने पर अखबार ने भारत सरकार की तारीफ भी की है और कहा है कि पाकिस्तान ज्यादा दिनों तक भारत के बातों को हल्के में नहीं ले सकता वरना इसका खामियाजा पाकिस्तान को ही भुगतना पड़ेगा।
3.लेख में कहा गया है अगर पाकिस्तानी सेना ने सीमा पार आतंकियों को भेजना जारी रखा तो पीएम मोदी का कड़े रुख का कोई विरोध नहीं करेगा और उसे सही माना जाएगा।
4.मोदी सरकार सैन्य कार्रवाई और युद्ध के खतरों को समझती है इसलिए भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति बनाई है जिसके तहत भारत पाकिस्तान से कारोबार के लिए 1996 में हुए MFN यानि की मोस्ट फेवर्ड नेशन के दर्जे को भी छीन सकती है और सिंधु जल संधि को खत्म करने के संभावनाओं पर भी विचार कर रही है।
5.यह लेख अखबार में साउथ एशिया प्रोग्राम के डिप्टी डायरेक्टर समीर ललवानी ने लिखी है और उसमे कहा है कि उरी हमले के बाद भारत में आम लोग बेहद गुस्से में और सरकार हर रणनीति पर विचार कर रही है जिसमें सैन्य कार्रवाई भी शामिल है।
Source : News Nation Bureau