विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में कोई कमी नहीं आई है और इस्लामाबाद ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाने में अभी तक गंभीरता नहीं दिखाई है. 2022 के लिए जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अपनी घरेलू राजनीतिक और आर्थिक विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए भारत को बदनाम कर शत्रुतापूर्ण और मनगढ़ंत प्रचार में लिप्त है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है. इस क्रम में नई दिल्ली की लगातार स्थिति यह रही है कि यदि को मुद्दा है, तो उसे आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्वक बातचीत से हल किया जाना चाहिए. भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह कहा कि इस तरह के अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है.
दुनिया जानती है जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'भारत ने पूरी तरह से अपने देश के आंतरिक मामलों पर पाकिस्तान की सभी कार्रवाइयों और बयानों को पूरी तरह से खारिज किया है.' रिपोर्ट में कहा गया है कि शेष विश्व के अन्य देश अच्छे से समझते हैं कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे जुड़े मामले देश के आंतरिक हैं. भारत लगातार आग्रह करता आया है कि पाकिस्तान जनवरी 2004 में जताई गई प्रतिबद्धता का सम्मान से पालन करे. 2004 में पाकिस्तान ने सहमति जताई थी कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद फैलाने में नहीं करने देगा. इसके बावजूद नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से आतंकवाद, घुसपैठ, हथियारों की अवैध तस्करी से जुड़े मामलों में कोई कमी नहीं आई है. यही नहीं, इस्लामाबाद ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाने में अभी तक गंभीरता नहीं दिखाई है.
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पाकिस्तान फिर भी नहीं आ रहा बाज
विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि भारत ने लगातार सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान द्वारा विश्वसनीय, अपरिवर्तनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया है. भारत सीमा पार आतंकवाद और आतंकवादियों की घुसपैठ से जुड़े मसले पाकिस्तान के समक्ष उठाता रहा है. यही नहीं इस तरह के प्रयासों में पकड़े गए आतंकवादियों के पाकिस्तानी मूल के बारे में विश्वसनीय जानकारी भी साझा की जाती है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है. भारत का लगातार रुख यही रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच यदि कोई भी मुद्दा है तो उसे आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जाना चाहिए. इसके बावजूद पाकिस्तान भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखता है. इस कारण सामान्य व्यापार, कनेक्टिविटी और लोगों से लोगों के मेलजोल पर असर पड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान जनवरी 2004 में जताई गई प्रतिबद्धता का सम्मान से पालन करे
- फिर भी पाकिस्तान लगातार आतंकियों को प्रोत्साहन दे करा रहा है घुसपैठ