पाकिस्तान ने एक बार फिर से अपनी नापाक हरकत दोहराई है. पाकिस्तानी सेना की ओर से एक बार फिर सीज फायर का उल्लंघन किया गया है. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तानी सेना ने यह कायराना हरकत दोहराई है. शाम को लगभग 7 बजकर 45 मिनट पर पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सीमारेखा पर बिना किसी कारण के गोलीबारी की. पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के खमेर करमारा इलाके में सीजफायर का उल्लंघन किया, इस दौरान पाक ऑर्मी ने भारतीय जवानों पर गोलियां चलाई और मोर्टार दागे. हालांकि उनकी यह कोशिश बेकार गई क्योंकि इस फायरिंग में किसी भी भारतीय जवान को कुछ नहीं हुआ. सेना के सभी जवान सुरक्षित हैं. पाकिस्तान के इस हमले का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया उन्होंने जवाबी कार्यवाही करते हुए गोलियां चलाई.
इसके पहले भारतीय जवानों को जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में उस वक्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब सोमवार को मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के चार आतंकवादियों को मार गिराया गया. इसके साथ ही बीते 24 घंटों में कुल नौ आतंकियों को मार गिराया गया. जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की भूमिका की सराहना करते हुए 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने कहा कि यह अभियान सुचारू रूप से संचालित किया गया और इस दौरान नागरिक संपत्ति का कोई नुकसान नहीं हुआ. यहां से करीब 33 किलोमीटर दूर अवंतीपोरा में विक्टर फोर्स के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ले. जन. राजू ने कहा कि इस अभियान में शामिल एजेंसियों के पेशेवर रवैये की वजह से इस अभियान को इतनी सुगमता से अंजाम दिया जा सका.
उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा दी गई खुफिया जानकारी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा बेहद कुशलता से भीड़ को नियंत्रित किये जाने और मौके पर मौजूद अग्रिम बलों द्वारा अपनाई गई रणनीति ने यह सुनिश्चित किया कि इसे बेहद पेशेवर तरीके से अंजाम तक पहुंचाया जाए. ले. जन. राजू ने कहा कि वह जानते हैं कि अभियान को किन मुश्किल परिस्थितियों में संचालित किया गया जिसमें पास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में नागरिकों को हटाना भी शामिल था. उन्होंने कहा, मैं स्थानीय आबादी को श्रेय दूंगा, जिसने अभियान के सुगमतापूर्वक संचालन की सुविधा दी. दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में एक सवाल के जवाब में ले. जन. राजू ने कहा कि दक्षिण कश्मीर में 100 स्थानीय और 25 विदेशी आतंकी सक्रिय हैं.
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उन्होंने कहा, हम मोटे तौर पर 100 स्थानीय आतंकवादियों को देखने का आंकड़ा दे सकते हैं और हो सकता है इसके अलावा 20-25 विदेशी आतंकी हों जिन पर हमारी नजर है. इस मौके पर उनके साथ विक्टर फोर्स के मेजर जनरल ए सेनगुप्ता और सीआरपीएफ के महानिरीक्षक राजेश कुमार भी मौजूद थे. वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा कि कश्मीर घाटी में शांति से पाकिस्तान नाखुश है क्योंकि वह चाहता है कि यह सुलगता रहे इसलिये वह हथियारबंद आतंकवादी और गलत सूचनाएं भेजता रहता है. उन्होंने कहा, …जैसा कि मैंने पहले कहा कि पाकिस्तान खुश नहीं है क्योंकि योजना घाटी में अशांति बरकरार रखने की है. इसी की वजह से पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना प्रासंगिक बनी रहती है. उन्होंने कहा, जहां तक यहां होने वाली हिंसा में पाकिस्तान की भूमिका की बात है तो यह इसमें दो चीजों का तालमेल है- हथियार और आतंकवादियों को भर्ती करना… और दूसरा सूचना की जंग जो पाकिस्तान लड़ना चाहता है.
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मैं एक बार फिर अनुरोध करूंगा कि पाकिस्तानी मीडिया की न सुनें वे भ्रामक जानकारियां देते हैं और यह दोहराव होने के बावजूद मैं कहना चाहूंगा. अभियान की जानकारी देते हुए मेजर जनरल सेनगुप्ता ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आज सुबह दक्षिण कश्मीर के पिंजौरा इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की एक सूचना के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था. नागरिकों को वहां से हटाया गया और आतंकवादियों से आत्मसमर्पण की अपील की जा सकती इससे पहले ही उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी. बीते 24 घंटे के अंदर शोपियां जिले में यह दूसरी मुठभेड़ थी. जिले के रेबन इलाके में सुरक्षा बलों के साथ रविवार को आठ घंटों तक चली मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के स्वघोषित कमांडर समेत पांच आतंकवादी मारे गए थे.