पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर (नियंत्रण रेखा) पर लगातार सीजफायर तोड़कर भारत के आम लोगों को निशाना बनाने की भारी कीमत चुकानी पड़ी है. आए दिन भारत के आम नागरिकों पर गोलीबारी किए जाने के बाद भारतीय सेना ने भी बीते 10 दिनों में पाकिस्तान को कारारा जवाब दिया है जिसमें पाकिस्तान सेना के 5-6 सैनिक मारे गए हैं. पाकिस्तान रेंजर्स के यह सभी सैनिक रजौरी सेक्टर में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में मारे गए हैं. भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पाकिस्तानी चौकियों पर भारी गोले बारूद से हमला बोला जिसमें पाकिस्तान को काफी नुकसान उठाना पड़ा.
सेना के सूत्रों के मुताबिक जवाबी कार्रवाई के बाद जब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी सेना के एक बातचीत को रिकॉर्ड किया तो उसमें पता चला कि पाकिस्तानी सेना के 5-6 जवान भारत की गोलीबारी में मारे गए.
एलओसी और सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही भारी फायरिंग के बाद भारतीय सेना ने भी जवाब देने के लिए बोफोर्स 155 मिलीमीटर तोप को वहां डायरेक्ट फायर मोड में तैनात कर दिया है जिसने पाकिस्तानी बंकरों के परखच्चे उड़ा दिए. खासबात यह है पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 1999 के करगिल युद्ध में भी बोफोर्स तोप को डायरेक्ट मोड में इस्तेमाल किया था जिसकी मदद से भारतीय सेना ने ऊंची चोटियों पर कब्जा जमा लिया था.
गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमरे के बाद भारत के जवाब में एयर स्ट्राइक करने के बाद से ही पाकिस्तान लगातार एलओसी पर सीजफायर तोड़कर भारी गोलीबारी कर रहा है.
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती आतंकी ने हमला कर दिया था जिसमें 40 जवानों की मौत हो गई थी. भारतीय वायु सेना ने इसका बदला लेने के लिए जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों और ट्रेनिंग कैंप पर 26 फरवरी को हमला किया था जिसमें सैंकड़ों आतंकी मारे गए थे.
Source : News Nation Bureau