पाकिस्‍तान के इस पेंच से करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए नहीं शुरू हुआ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर में आने वाले भक्तों का ऑनलाइन पंजीकरण रविवार को शुरू नहीं हो सका क्योंकि भारत और पाकिस्तान अभी तक कई मुद्दों पर सहमत नहीं हुए हैं

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Drigraj Madheshia
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गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर( Photo Credit : Facebook)

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गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर (Kartapur) में आने वाले भक्तों का ऑनलाइन पंजीकरण रविवार को शुरू नहीं हो सका क्योंकि भारत और पाकिस्तान अभी तक कई मुद्दों पर सहमत नहीं हुए हैं, जिनमें इस्लामाबाद द्वारा प्रत्येक तीर्थयात्री से 20 मरीकी डालर वसूलने का आग्रह शामिल है.कॉरिडोर के 8 नवंबर को उद्घाटन की संभावना है और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह 9 नवंबर को करतारपुर (Kartapur) कॉरिडोर के खुलने के दिन करतारपुर (Kartapur) साहिब जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे. बता दें करीब चार किलोमीटर लंबे करतारपुर (Kartapur) कॉरिडोर का काम सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से एक सप्ताह पहले 31 अक्टूबर तक हो जाएगा.

भारत और पाकिस्तान को तीर्थयात्रा के कुछ अनसुलझे मुद्दों पर शनिवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर करने थे, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ. एक आधिकारी ने बताया, "चूंकि कुछ मुद्दों को हल किया जाना बाकी है, इसलिए करतारपुर (Kartapur) तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण रविवार को शुरू नहीं किया जा सका."

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16 अक्टूबर को लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव गोविंद मोहन ने कहा था कि 20 अक्टूबर को गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर (Kartapur) आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू होने की उम्मीद है.

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भारत ने पाकिस्तान से प्रति तीर्थयात्रियों के 20 डॉलर वसूलने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था. पिछले महीने, भारत और पाकिस्तान करतारपुर (Kartapur) कॉरिडोर का उपयोग करके गुरुद्वारा दरबार साहिब में भारतीय तीर्थयात्रियों की वीजा-मुक्त यात्रा पर सहमत हुए थे. तीर्थयात्रियों को केवल पाकिस्तान में श्रद्धेय गुरुद्वारे की यात्रा करने के लिए अपने पासपोर्ट ले जाने होंगे.

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करतारपुर (Kartapur) साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में स्थित है, जोकि डेरा बाबा नानक के समीप सीमा से 4.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह गुरुद्वारा सिखों के लिए काफी पवित्र है, क्योंकि गुरु नानक देव ने अपने जीवन के 18 साल और अपना अंतिम समय भी यहीं बिताया था.

अमरिंदर सिंह ने 20 डॉलर का शुल्क न लेने की अपील की

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अनुरोध किया है कि करतारपुर (Kartapur) साहिब गुरुद्वारा जाने वाले तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर का सेवा शुल्क न लिया जाए. अमरिंदर ने ट्वीट किया, “मैं इमरान खान से अपील करता हूँ कि पाकिस्तान सरकार द्वारा करतारपुर (Kartapur) साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों पर लगाया गया 20 डॉलर का शुल्क वापस लिया जाए. इस्लामाबाद के इस आचरण से विश्व का सिख समुदाय उनका आभारी रहेगा.”

Source : एजेंसी

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