बिहार के जमुई में स्वच्छ जमुई, स्वस्थ जमुई अभियान के तहत बड़ी सरकारी लापरवाही सामने आई है। स्वच्छ जमुई, स्वस्थ जमुई अभियान के लिए छापी गई बुकलेट में एक पाकिस्तानी लड़की को ब्रांड अंबेसडर के तौर पर दिखाया गया है जिसके बाद विवाद शुरू हो गया है।
यह कार्यक्रम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत ही हुआ था। बुकलेट के फ्रंट पेज पर जिस पाकिस्तानी लड़की की तस्वीर लगी हुई है वो अपने हाथ में पाकिस्तान का झंडा लिए हुए मुस्कराती नजर आ रही है।
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
शुक्रवार को इस बात की जानकारी सामने आने के बाद जब चांज की गई तो पता चला कि जिस लड़की की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है वो पाकिस्तान में यूनिसेफ का चेहरा है। इस बच्ची की तस्वीर का वहां शिक्षा के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। गौरतलब है कि यह बुकलेट पटना के सुप्रभ इंटरप्राइजेज प्रिटिंग प्रेस में छापा गया है। बुकलेट को लेकर प्रिटिंग प्रेस ने कहा है कि प्रशासन की मंजूरी के बाद ही करीब 5000 बुकलेट छापे गए थे।
वहीं अभियान के कोर्डिनेटर ने इस मामले को लेकर कहा है कि बुकलेट पर पाकिस्तानी बच्ची की तस्वीर गलती से छप गया है।
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सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय योजना के तहत जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड में आने वाले काला गांव में कार्यक्रम के दौरान खुले मंच से इस स्वच्छता बुकलेट का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत विमोचन किया था।
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Source : News Nation Bureau