पाकिस्तानी मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार कुलभूषण जाधव मामले में वहां के विदेश विभाग ने भारत को राजनयिक पहुंच अभी तक नहीं दिया है। इधर जाधव से मुलाकात करने के लिये उनकी पत्नी और मां इस्लामाबाद पहुंच गई हैं।
जाधव की मां अवन्ति जाधव और पत्नी चेतनकुल जाधव इस्लामाबाद के बेनज़ीर भुट्टो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से दोनों को भारतीय उच्चायोग लाया गया और दोपहर में कुलभूषण जाधव से मुलाकात होगी।
जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात करीब आधे घंटे तक चलेगी।
पाकिस्तान ने 10 नवंबर को 'मानवीय आधार पर' जाधव की पत्नी को उनसे (जाधव से ) मिलने की अनुमति दी थी। भारत ने पाकिस्तान से पत्नी के साथ मां को भी एक भारतीय राजनयिक के साथ जाधव से मिलने देने की अनुमति मांगी थी।
LIVE UPDATES:
# कुलभूषण जाधव ने की अपनी मां और पत्नी से मुलाकात
Islamabad: Wife & mother of #KulbhushanJadhav at Pakistan Foreign Affairs Ministry. pic.twitter.com/8YrqNABhrM
— ANI (@ANI) December 25, 2017
# कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां पाक विदेश विभाग पहुंचे
#WATCH: Wife, mother of Kulbhushan Jadhav reach Pakistan Foreign Affairs Ministry in Islamabad along with JP Singh, Deputy High Commissioner pic.twitter.com/Dnp9eUc5je
— ANI (@ANI) December 25, 2017
Islamabad: Wife, mother of Kulbhushan Jadhav reach Pakistan foreign affairs Ministry along with JP Singh, Deputy High Commissioner pic.twitter.com/6HFaQjAW4z
— ANI (@ANI) December 25, 2017
# इलाके में पाकिस्तानी रेंजर्स के जवान, आतंकरोधी दस्ता तैनात। इलाके में किसी भी वाहन की आवाजाही रोकी गई।
Pakistan Rangers, Anti-Terrorism squads and sharp shooters at roof tops deployed; other than media and security personnel, no other traffic allowed in the area around Pakistan Ministry of Foreign Affairs in #Islamabad: Pak media #KulbhushanJadhav
— ANI (@ANI) December 25, 2017
# पाक विदेश विभाग के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
Visuals from outside Pakistan Ministry of Foreign Affairs in Islamabad; Indian national #KulbhushanJadhav's wife and mother to arrive here shortly to meet him pic.twitter.com/v53mwE87wt
— ANI (@ANI) December 25, 2017
इससे पहले विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ के हवाले से कहा गया था कि भारत को कॉन्स्युलर एक्सेस (राजनयिक पहुंच) दे दी गई है। उन्होंने दावा किया था कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने इसकी जानकारी दी है।
पाकिस्तानी मीडिया ने ये भी दावा किया था कि जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त जे पी सिंह मौजूद रहेंगे।
हालांकि भारत इसे राजनयिक पहुंच या कॉन्स्युलर एक्सेस मानने से इनकार कर दिया था।
जियो न्यूज़ के अनुसार पाक विदेश मंत्री ने बताया कि भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को जाधव की पत्नी और मां के साथ जाने की अनुमति दे दी गई है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारतीय अधिकारी को राजनयिक पहुंच दी गई है। तो उन्होंने कहा 'हां' में जवाब दिया।
Pakistan has given New Delhi consular access to Indian national #KulbhushanJadhav says Pakistan foreign minister Khawaja Asif to Geo news in an interview (file pic) pic.twitter.com/BCYitZDtgs
— ANI (@ANI) December 25, 2017
उन्होंने कहा, 'अगर भारत हमारी जगह होता तो वो हमें इसकी अनुमति नहीं देता।'
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हालांकि भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बयान को तूल नहीं दिया और कहा कि भारतीय अधिकारी जाधव की पत्नी और मां के साथ रहेंगे। लेकिन इसे राजनयिक पहुंच नहीं कह सकते हैं।
पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार वहां पर भारत के उप-उच्चायुक्त जे पी सिंह कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी की मुलाकात के दौरान मौजूद रहेंगे।
Indian Deputy High Commissioner in Pakistan J.P Singh, to accompany Kulbhushan Jhadav's wife and mother in their meeting with the Indian national, reports Pakistan media.
— ANI (@ANI) December 25, 2017
पाकिस्तान ने 10 नवंबर को 'मानवीय आधार पर' जाधव की पत्नी को उनसे (जाधव से ) मिलने की अनुमति दी थी। भारत ने पाकिस्तान से पत्नी के साथ मां को भी एक भारतीय राजनयिक के साथ जाधव से मिलने देने की अनुमति मांगी थी।
क्या है पाकिस्तान का दावा?
पाकिस्तान ने कहा था कि भारतीय नौसेना में अधिकारी रह चुके और कथित रूप से भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) से जुड़े जाधव को ईरान से अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसने के बाद तीन मार्च 2016 को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान के मुताबिक, जाधव ने पाकिस्तानी अदालत में स्वीकार किया था कि रॉ ने उन्हें वहां (पाकिस्तान) की जासूस करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाने का काम सौंपा था।
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भारत ने जाधव के जासूस होने का आरोंपो को सिरे से खारिज किया और कहा कि ईरान से उनका अपहरण कर लिया गया था, जहां से भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद वह व्यापार करते थे।
जाधव को 10 अप्रैल को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। वहीं, इटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के न्यायाधीश ने अंतिम फैसला लिए जाने तक फांसी नहीं देने का आदेश दिया था।
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Source : News Nation Bureau