केरल के कुथालुपुझा में पाकिस्तान निर्मित 14 गोलियां मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले की जांच के लिए एनआईए की मदद के लिए सैन्य खुफिया विभाग की टीम केरल पहुंची. ये गोलियां यहां से 70 किमी दूर स्थित तमिलनाडु के जंगलों की सीमा पर स्थित कुथालुपुझा में मिली थीं. इसके बाद हड़कंप मच गया था. पुलिस ने मामले की जानकारी सेना को दी. गोलियां एक प्लास्टिक बैग में बंद थीं और कोलम के मलयाली अखबार में लिपटी हुई थीं.
यह भी पढ़ेंः सोनभद्र में सोने का टूटा सपना, 3000 टन नहीं सिर्फ 160 किलो सोना
जंगल के इलाके में दो बाइक सवारों ने संदिग्ध पैकेट को देखा. उन्होंने जब पैकेट देखा तो उसमें गोलियां दिखाई दी. उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस के अनुसार, गोलियों पर पीओएफ का चिह्न था. शुरूआती जांच में इसे पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री के प्रतीक-चिह्न् के तौर पर देखा जा रहा है. गोलियों की जांच से पता चला कि इसका निर्माण साल 1981-82 में हुआ है. अभी इसके संबंध में और खोजबीन की जा रही है. हालांकि अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि इस पैकेट को किसने रखा था
यह भी पढ़ेंः शाहीन बाग पर हबीबुल्लाह का सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा- पुलिस ने रोके रास्ते
केरल के डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने क्राइम ब्रांच को मामले की जांच करने के लिए कहा है. सैन्य खुफिया विभाग के साथ अधिकारी शहर में आ चुके हैं, हालांकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा जांच जल्द शुरू किए जाने की उम्मीद है. जल्द ही इस मामले की जांच एनआईए शुरू कर देगा. इन गोलियों को लाने के पीछे क्या साजिश थी इसकी जांच की जा रही है.