पाकिस्तान में विपक्षी दलों ने 25 जुलाई को काला दिवस मनाने का ऐलान किया है. 2018 के आम चुनाव के नतीजों की घोषणा के एक साल पूरे होने पर विपक्ष ने पूरे देश में काला दिवस मनाते हुए प्रदर्शन का फैसला लिया है. विपक्ष का आरोप है कि इस चुनाव में धांधली हुई थी जिसके बाद इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ अस्तित्व में आई. पाकिस्तान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कराची में बिलावल भवन में विपक्षी दलों की बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक में शामिल दलों के नेताओं ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इस दौरान पूरे देश में सभाएं की जाएंगी. सबसे बड़ा आयोजन कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना के मकबरे के सामने किया जाएगा. प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए विपक्षी दलों की आयोजन समिति के गठन का फैसला लिया गया. इसमें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, जमात उलमा-ए-इस्लाम-फजल, अवामी नेशनल पार्टी, जमात ए-उलेमा-ए-पाकिस्तान और पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी के सदस्य शामिल किए गए हैं.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता ने कहा कि जब से देश पर 'सेलेक्टेड' सरकार 'थोपी' गई है, तभी से महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि 25 जुलाई का प्रदर्शन पाकिस्तान के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान में विपक्ष 25 जुलाई को मनाएगा काला दिवस
- इस दिन पूरे देश में सभाएं आयोजित की जाएंगी
- सेलेक्टेड सरकार के बाद देश में महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी बढ़ी
Source : News Nation Bureau