भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वो भारत में तबाही मचाने के लिए नए-नए तरकीब इजाद कर रहा है. पाकिस्तान अब जानवरों के जरिए भारत में नापाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में हैं. जिसे देखते हुए बॉर्डर पर बीएसएफ की तैनाती बढ़ा दी है. आतंकियों के घुसपैठ के साथ-साथ पाकिस्तानी जानवरों पर भी कड़ी निगाहें रखी जा रही है.
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पाकिस्तान में कांगो हेमरेजिक फीवर फैला हुआ है. पाकिस्तान जानवरों के जरिए इसे भारतीय सीमा में दाखिल करना चाहता है. इसे देखते हुए राजस्थान सरकार ने बॉर्डर से सटे सभी इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. वहां के चिकित्सा विभाग ने बाड़मेर, जैसरमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और जोधपुर स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भेज दिया गया है. सीमा पर तैनात जवान अब पाकिस्तानी जानवरों पर भी नजर रखे हुए हैं.
कांगो हेमरेजिक फीवर क्या है
कांगो हेमरेजिक फीवर बहुत ही खतरनाक बीमारी है. इसके चपेट में आने वाले 30 से 80 प्रतिशत मरीजों की मौत हो जाती है. यह बीमारी जानवरों में पाए जाने वाले पैरासाइट हिमोरल के जरिए इंसानों में फैलती है.
यह वायरस सबसे पहले 1944 में क्रीमिया नामक देश में पहचाना गया. फिर 1969 में कांगो में रोग दिखा. 2001 में पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका व ईरान में भी इसका प्रकोप बढ़ा था.
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कांगो हेमरेजिक फीवर के लक्षण
बता दें कि जोधपुर में कांगो हेमरेजिक फीवर के कुछ मरीज अस्पताल में भर्ती हुए है. मेडिकल कॉलेज में चार साल बाद पहली बार संदिग्ध मरीज आए हैं.
बुखार के एहसास के साथ शरीर की मांसपेशियों में दर्द, चक्कर आना और सिर में दर्द, आंखों में जलन व रोशनी से डर तथा कुछ लोगों को पीठ में दर्द व मितली होती है और गला बैठ जाता है.