पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे सहित सभी सुलह योग्य समस्याओं के समाधान के लिए नई दिल्ली के साथ बातचीत करना चाहता है. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह बड़ी पेशकश की. हालांकि भारत की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन भारत का स्पष्ट मत रहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते. माना जा रहा है कि हाल-फिलहाल भारत के रुख में कोई बदलाव भी नहीं आने वाला, जब तक पाकिस्तान आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाता.
जियो टीवी की खबर के अनुसार, इमरान खान ने दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई भी दी और कहा कि दोनों राष्ट्रों के बीच वार्ता ही दोनों देशों के लोगों को गरीबी से उबरने में मदद करने का एकमात्र समाधान है. इमरान खान ने यह भी कहा कि क्षेत्रीय विकास के लिए साथ मिल कर काम किया जाए.
इमरान खान ने दावा किया कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दा सहित सभी समस्याओं का समाधान चाहता है. मोदी के सत्ता में वापस आने के बाद दूसरी बार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत के साथ मिल कर काम करने की आकांक्षा जताई है. 26 मई को लोकसभा चुनाव में जीत मिलने पर भी पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बधाई दी थी. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने क्षेत्र में विश्वास पैदा करने तथा शांति एवं समृद्धि के लिए हिंसा और आतंकवाद मुक्त माहौल बनाने की अपील की थी.
दरअसल, एक दिन पहले ही भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि बिशकेक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर बैठक से इतर दोनों नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होने जा रही है.
14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था. पाकिस्तान के बालाकोट में 26 फरवरी को आतंकी ठिकानों पर भारत ने एयर स्ट्राइक भी की थी और दोनों देश युद्ध की स्थिति में पहुंच गए थे.
Source : Sunil Mishra