पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर एकतरफा कार्रवाई करने का फैसला किया है, जैसे कि रिपोर्ट्स मिली हैं. यहां तक कि राजनयिक संबंध तोड़ने की भी बात सामने आ रही है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत सरकार पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों की निंदा करती है और पाकिस्तान से आग्रह करती है कि राजनयिक संबंध तोड़ने के अपने फैसले की समीक्षा करे, ताकि सामान्य संचार की व्यवस्था बहाल रहे.
जम्मू-कश्मीर से भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 और 35A को खत्म करने से पाकिस्तान अधीर हो गया है. वह इसे पचा नहीं पा रहा है. पाकिस्तान की बौखलाहट इस तरह बढ़ गई है कि भारत के खिलाफ 3 बड़े फैसले लेते हुए भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगा दी और राजनयिक संबंध भी तोड़ लिया. पाकिस्तान ने न सिर्फ अपने उच्चायुक्त को नई दिल्ली से बुला लिया है, बल्कि भारत के उच्चायुक्त को भी वापस जाने को कह दिया है.
पाकिस्तान ने अब इस मामले को यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) में ले जाने की बात कही है. यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाएगा. पाकिस्तान इस मामले को कई बार संयुक्त राष्ट्र में उठा चुका है. लेकिन हर बार मुंह की खाई है. संयुक्त राष्ट्र ने हर बार यही कहा कि यह तुम्हारा आंतरिक मामला है, इसे खुद निपटो.
Source : News Nation Bureau