पाकिस्तान की तरफ से एलओसी पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। जिसका जवाब भारतीय सेना लगातार दे रही है। लेकिन पाकिस्तान ने भारत पर सीज़फायर के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए वहां पर तैनात भारतीय उपउच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज किया है।
पाकिस्तान का आरोप है कि पीओके स्थित खुइरत्ता सेक्टर में भारत की तरफ से की गई बिना उकसावे की फायरिंग में 8 साल के एक बच्चे अयान ज़ाहिद की मौत हो गई है।
सोमवार को पाकिस्तान ने दावा किया था कि जहां से फायरिंग कर नाबालिग को मारा गया उस भारतीय सेना के पोस्ट को उसने नष्ट कर दिया है और इसमें दो भारतीय सौनिकों को मार दिया गया।
हालांकि भारतीय सेना ने पाक सेना के इस दावे को आधारहीन करार देते हुए खारिज कर दिया।
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पाकिस्तान विदेश विभाग की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि सार्क और दक्षिण एशिया के महानिदेशक मोहम्मद फैसल ने भारत के उप उच्चायुक्त को समन किया और 'भारतीय सेना की तरफ से बिना उकसावे के किये गए सीज़फायर के उल्लंघन की निंदा की।'
फैसल ने कहा, 'जानबूझ कर नागरिकों को निशाना बनाना खास कर बच्चों को निशाना बनाना निंदनीय है। ये मानव मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और नियमों की उल्लंघन है।'
उन्होंने कहा कि भारत ने 2018 में अब तक एलओसी पर 335 बार सीज़फायर का उल्लंघन किया है, जिसमें 15 नागरिकों की मौत हुई है और 65 घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन बढ़ा है जो 2017 से लगातार जारी है।
फैसल ने कहा कि भारत की तरफ से किये जा रहे सीज़फायर के उल्लंघन से क्षेत्रीय खतरा बढ़ गया है और जिससे रणनीतिक तौर पर भी खतरा पैदा हो सकता है।
उन्होंने यूएनएमओजीआईपी को अपनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत भूमिका निभाने दें।
हालांकि भारत का कहना है कि यूएनएमओजीआईपी की प्रासंगिकता शिमला समझौते और एलओसी तय होने के साथ ही खत्म हो गई थी।
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Source : News Nation Bureau